पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र की प्रोग्राम कमेटी की बैठक हुई संपन्न

 पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र की प्रोग्राम कमेटी की बैठक हुई संपन्न
  • राजस्थान सहित सदस्य राज्यों के वर्षपर्यंत होने वाले कार्यक्रम हुए तय
  • कलाकारों के मानदेय बढ़ाने पर हुई चर्चा

उदयपुर, 13 मई। पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र उदयपुर के मुख्यालय बागोर की हवेली में शनिवार को महाराष्ट्र के कला एवं संस्कृति मंत्री सुधीर मुनगंटीवार की अध्यक्षता में प्रोग्राम कमेटी की बैठक संपन्न हुई। बैठक में पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र के राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र, गोवा, दमन दीव एवं दादरा नगर हवेली में वर्षपर्यंत होने वाले आयोजनों पर चर्चा की गई।

केन्द्र के निदेशक किरण सोनी गुप्ता ने केन्द्र के विभिन्न गतिविधियों पर डॉक्यूमेंट्री एवं प्रजेंटेशन दिया। उल्लेखनीय है कि वेस्ट जोन की प्रोग्राम कमेटी की बैठक हर साल होती है। इस बार कमेटी की अध्यक्षता महाराष्ट्र के कला एवं संस्कृति मंत्री सुधीर मुनगंटीवार कर रहे है। उनका कार्यकाल 3 वर्ष का रहेगा। बैठक में किरण सोनी गुप्ता, अशोक परब, युगांक नायक, संतोष जोशी सहित ऑनलाईन 8 सदस्यों ने भाग लिया।

पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र उदयपुर द्वारा वर्षभर किए जाने वाले कुछ कार्यक्रम

शिल्पग्राम उत्सव (21-30 दिसम्बर), उदयपुर राजस्थान, लोकोत्सव, गोवा, वसंतोत्सव, गांधीनगर, गुजरात, बहुभाषी रंगमंच महोत्सव, गोवा और महाराष्ट्र, भक्ति संगीत, कोल्हापुर महाराष्ट्र, सप्तकः उत्तर पूर्व महोत्सव (सदस्य राज्यों में रोटेशन द्वारा), मल्हार महोत्सव उदयपुर राजस्थान, ऋतु वसंत उदयपुर राजस्थान, नारियली पूर्णिमा, दमन, शास्त्रीय नृत्य और संगीत समारोह सूर्य मंदिर मोढेरा गुजरात, नूपुर शास्त्रीय नृत्य महोत्सव गोवा, राष्ट्रीय संस्कृति महोत्सव (एमओसी के अनुसार), चित्रांकन, दृश्य कला शिविर और कार्यशालाएँ, धरोहर वाटर कलर शिविर, माधोपुर घेड पोरबंदर गुजरात, दीव, दमन और डीएनएच में स्थापना दिवस समारोह, सदस्य राज्यों में बालोत्सव, ओक्टेव सहित विभिन्न प्रोग्राम एवं कार्यशालाएं आयोजित की जाएगी।

कलाकारों के लिए 2000 रूपए मानदेय का भेजा जाएगा प्रस्ताव

बैठक में गोवा के कला एवं संस्कृति विभाग के उपनिदेशक अशोक परब ने कलाकारों के मानदेय को 2000 रूपए के साथ दैनिक भत्ता एवं यात्रा भत्ता बढ़ाए जाने का प्रस्ताव रखा। महाराष्ट्र के कला एवं संस्कृति मंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने भी प्रस्ताव को स्वीकार करते हुए आगे भेजने की अनुशंसा की। गोवा में नाटक ओरिएंटेड वर्कशॉप, नृत्य योगा एवं कला शिविर के प्रस्ताव रखे।

गुरू-शिष्य परंपरा का मानदेय बढ़ाने के लिए भेजा जाएगा प्रस्ताव

गुरू-शिष्य परंपरा के तहत लुप्तप्राय कला के संरक्षण एवं प्रोत्साहन हेतु गुरू के मानदेय को बढ़ाकर 15000 रूपए, सहायक को 7500 रूपए तथा शिष्य को 4000 रूपए करने का प्रस्ताव रखा गया। केन्द्र की ओर से सदस्य राज्यों में कला के संरक्षण एवं संवर्द्धन के लिए गुरू-शिष्य परंपरा के तहत कला को संरक्षित किया जा रहा है।
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