दिव्यांगजनों के विकास में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे : मंत्री प्रतिमा भौमिक

 दिव्यांगजनों के विकास में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे : मंत्री प्रतिमा भौमिक

उदयपुर. केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्य मंत्री प्रतिमा भौमिक ने गुरुवार को नारायण सेवा संस्थान के लियों का गुड़ा परिसर में 501 दिव्यांग बच्चों के लिए नि:शुल्क ऑपरेशन शिविर का उद्घाटन किया व डिफरेंटली एबल्ड क्रिकेट काउंसिल आफ इंडिया व नारायण सेवा संस्थान के साझे में चल रही 

तीसरी राष्ट्रीय दिव्यांग क्रिकेट चैंपियनशिप के एक मैच में खिलाड़ियों का उत्साह वर्धन किया। उन्होंने मैन ऑफ द मैच को पुरस्कार भी दिया। दिव्यांग चिकित्सा शिविर का उद्घाटन करते हुए उन्होंने कहा कि जिस संस्था का नाम में वर्षों से जानती थी और 

उसकी सेवाओं को मन से दुआएं देती थी, उसे देखकर काफी प्रभावित हुई और भारत सरकार दिव्यांगों और गरीबों के लिए इसकी योजनाओं में पूरी मदद करेगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दिव्यांगों और गरीबों की सेवा के लिए अहनिर्श जागरूक और प्रयासरत हैं।

संस्थान ने त्रिपुरा में भी दिव्यांगों की चिकित्सा एवं कृत्रिम अंग उपलब्ध कराने का जो प्रस्ताव दिया है, उस पर विचार किया जाएगा। केंद्रीय मंत्री ने संस्थान की कृत्रिम अंग, कैलिपर निर्माण कार्यशाला, सिलाई, मोबाइल, हस्तशिल्प कार्यशाला, वैदिक शिक्षा के गुरुकुल के अवलोकन के दौरान मूक- बधिर बच्चों द्वारा निर्मित हस्तशिल्प की खरीदारी की।

इस अवसर पर निजी सचिव आईएएस डॉ. मिलिद रामटेक, अरुण कालरा, अतिरिक्त जिला न्यायाधीश कुलदीप शर्मा, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के उपनिदेशक मांधाता सिंह भी उपस्थित थे। उन्होंने फील्ड क्लब में चल रही राष्ट्रीय दिव्यांग क्रिकेट चैंपियनशिप में पंजाब वर्सेस बंगाल के बीच मैच का

 अवलोकन किया व पंजाब के बूटा शर्मा को मैन ऑफ द मैच का पुरस्कार दिया। उन्होंने कहा कि शारीरिक अक्षमता के बावजूद यदि हौसला और जज्बा है, तो आकाश भी छुआ जा सकता है। दिव्यांग खिलाड़ियों का हौसला देखकर खुशी हुई। खेलकूद व्यक्ति के मन को समाज से जोड़ते हैं, और इससे सहयोग, 

सदभाव और आगे बढ़ने का मार्ग पर प्रशस्त होता है। प्रधानमंत्री भी ‘ मन की बात ‘ में प्राय खेलकूद और खिलाड़ियों की बात करते हैं। मैं विश्वास दिलाती हूं कि मेरा विभाग दिव्यांग खेलकूद को बढ़ावा देने में कोई कमी नहीं रखेगा। सरकारी नौकरियों में दिव्यांग खिलाड़ियों को प्राथमिकता दी जा रही है। 

उन्होंने डीसीसीआई को दिव्यांग खेलों के विकास व आयोजन के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया। डीसीसीआई के सचिव रविकांत चौहान, प्रशांत अग्रवाल व सदस्यों ने उनका अभिनंदन किया। आंठवे दिन चारों मैदानों पर आठ मैच खेले गए। जिनमें बंगाल -पंजाब, चण्डीगढ़ – उत्तराखंड, कर्नाटक – महाराष्ट्र, 

आंध्रा -दिल्ली, जम्मू – उड़ीसा, बिहार -झारखंड,बड़ौदा-हिमाचल और उत्तरप्रदेश वर्सेस गुजरात से मुकाबले हुए। जिनमें प्रथम पारी में हिमाचल, बिहार, आंध्रा, महाराष्ट्र तथा दूसरी पारी में पंजाब, गुजरात, जम्मू और चंडीगढ़ विजयी हुई। मैन ऑफ द मैच अंकित, 

असित, गणेश, आकाश, बूटा शर्मा, अंशुल, केवल पटेल,निखिल को समारोह में पधारे जीवन सिंह,कुलदीप सिंह, ओम प्रकाश, दिनपाल सिंह, अर्जुन, अजय, रामलाल, राकेश बजाज ने ट्रॉफी एवं पुरस्कार भेंट कर सम्मानित किया।

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