उदयपुर सौर वैधशाला की “आदित्य एल 1 मिशन” में है प्रमुख भूमिका, लांचिंग का मनाया जश्न
उदयपुर. भारतीय अन्तरिक्ष अनुसंधान संगठन के आदित्य एल 1 की लांचिंग का जश्न उदयपुर में मनाया गया . उदयपुर के विद्या भवन स्कूल में अभियान से जुड़े वैज्ञानिकों से अंतरिक्ष विज्ञान पर चर्चा की गई , एवं उनके अभिनंदन तथा मेवाड़ की मिठाई बूंदी के वितरण कर शुभकामनाएं प्रेषित की गई.।
चार महीने पूर्व इंडियन स्पेस कमीशन के सदस्य, इसरो के पूर्व अध्यक्ष तथा पीआरएल गवर्निंग काउंसिल के अध्यक्ष पद्मश्री एएस किरण कुमार तथा पीआरएल के निदेशक डॉ. अनिल भारद्वाज ने विद्या भवन में हुए विद्यार्थी संवाद में आदित्य मिशन की लांचिंग की विस्तृत जानकारी दी थी। संस्थान के विद्यार्थी एवं शिक्षक तभी से बेसब्री के साथ इस महान पल का इंतजार कर रहे थे।
पीआरएल की फतहसागर में स्थित उदयपुर सौर वैधशाला, सूर्य अनुसंधान पर विश्व का एक प्रमुख केंद्र है। यहां के वैज्ञानिक सूर्य पर होने वाली विभिन्न गतिविधियों का लगातार ऑब्जरवेशन तथा विश्लेषण करते रहते हैं। आदित्य मिशन में उदयपुर सौर वैधशाला की प्रमुख भूमिका रही है। आदित्य एल 1 में कुल सात पे लोड ( उपकरण) लगे हैं।
इनमे से एक पेलोड एसपेक्स के बनाने में उदयपुर सौर वैज्ञानिकों की प्रमुख भूमिका रही है। यह उपकरण सौर हवा का ऑब्सर्वेशन व विश्लेषण करेगा। पे लोड उपकरण से जुड़े वैज्ञानिक डॉ भुवन जोशी तथा डॉ रमित भट्टाचार्य ऑब्जर्वेटरी के युवा वैज्ञानिकों बीना पटेल, कुशाग्र दशोरा, योगेश मौर्य, सत्यम अग्रवाल साथ सुबह 11 बजे जैसे ही विद्या भवन सीनियर सेकेंडरी स्कूल के असेम्बली हॉल पंहुचे, उन पर पुष्प वर्षा कर भव्य स्वागत किया गया।
जोशी व भट्टाचार्य ने लॉन्चिंग से पूर्व चित्रों व स्लाइड्स के माध्यम से आदित्य अभियान की जानकारी रखी। वैज्ञानिकों ने कहा कि एल 1 बिंदु धरती से 15 लाख किलोमीटर की दूरी पर है। यह वह बिंदु है जहां कभी रात नहीं होती और इसीलिए 24 घंटे निर्बाध सूर्य पर होने वाली हलचलों, सौर तूफानों व अन्य सौर विज्ञानीय घटनाओं का अध्ययन किया जा सकेगा।
अंतरिक्ष अनुसंधान के क्षेत्र में भारतीय वैज्ञानिकों की यह बहुत बड़ी उपलब्धि है। लॉन्चिंग होते ही पूरा असेंबली हॉल तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा। विद्यार्थियों व शिक्षकों ने वैज्ञानिक दल का हाथ जोड़कर अभिनंदन किया व उनका मुंह मीठा करवाया। इस अवसर पर वैज्ञानिकों ने विद्यार्थियों से कहा कि हर विद्यार्थी एक बड़ा वैज्ञानिक बनने की क्षमता है।
विद्या भवन पॉलिटेक्निक के प्राचार्य डॉ अनिल मेहता ने कहा कि सफल लांचिंग व इसमें उदयपुर का योगदान पूरे मेवाड़ के लिए ऐतिहासिक उपलब्धि है। लांचिंग अवसर पर वैज्ञानिकों की विद्यार्थियों के मध्य उपस्थिति ने उदयपुर के विद्यार्थियों, युवाओं में अंतरिक्ष अनुसंधान के प्रति रूचि को जागृत किया है।