उदयपुर में ‘आदि महोत्सव कोटड़ा’ 27 सितंबर से

 उदयपुर में ‘आदि महोत्सव कोटड़ा’ 27 सितंबर से

ग्रामीण पर्यटन को बढ़ावा देने पर्यटन कैलेंडर में जुड़ेगा आदि महोत्सव-कलक्टर

उदयपुर 21 सितंबर। देश-दुनिया में सर्वश्रेष्ठ पर्यटन सिटी के रूप में शुमार लेकसिटी उदयपुर में आने वाले पर्यटकों को जिले के ग्रामीण क्षेत्रों तक ले जाने और जनजाति कला संस्कृति से रूबरू कराते हुए ग्रामीण पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए जिला कलक्टर ताराचंद मीणा की पहल पर 27 सितंबर, 2022 से दो दिवसीय आदि महोत्सव (कोटड़ा ट्राइबल फेस्टिवल) का आयोजन किया जा रहा है।

यह अनूठी पहल देशभर में ग्रामीण पर्यटन को बढ़ावा देने की दृष्टि से अनूठी नज़ीर के रूप में देखी जा रही है।


उदयपुर आने वाले पर्यटकों को गांवों तक ले जाएंगे:

आदि महोत्सव के आयोजन के संबंध में बुधवार को जिला कलक्टर ताराचंद मीणा ने एक प्रेस वार्ता को संबोधित किया और कहा कि झीलों की नगरी में देश दुनिया के पर्यटक आते हैं और यहां के पर्यटन स्थलों को देखने के लिए दो दिन भी बिताते हैं।

उदयपुर के प्राकृतिक पर्यटन स्थलों की तरह ही जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में भी पर्यटकों को लुभाने वाले अनगिनत स्थान है परंतु इन ग्रामीण क्षेत्रों के प्रति अब तक पर्यटकों रूचि नहीं दिखा रहे हैं, जनजाति क्षेत्रीय विकास विभाग व जिला प्रशासन द्वारा इसी दृष्टि से जिले के दूरस्थ ग्रामीण कोटड़ा क्षेत्र में दो दिवसीय आदि महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है।

इसके साथ ही प्रयास किया जा रहा है कि इसे पर्यटन विभाग के वार्षिक ईवेंट कैलेंडर में शामिल किया जाएगा ताकि राज्य में आने वाले पर्यटक इस आदि महोत्सव में पहुंच सकें। ऐसा होने से पर्यटकों को न सिर्फ उदयपुर में नई डेस्टिनेशन घूमने को मिलेगी बल्कि जनजाति क्षेत्र में पर्यटन के विस्तार से रोजगार के नए अवसर भी सृजित होंगे।

कलक्टर ने इस महोत्सव के आयोजन के लिए की जा रही तैयारियों के साथ विविध गतिविधियों के बारे में बताया और मीडिया से आह्वान किया कि वे इसका प्रचार-प्रसार करते हुए उदयपुर में ग्रामीण पर्यटन को प्रोत्साहित करने के सहभागी बनें।


प्रोमो वीडियो को किया लांच:

प्रेस वार्ता दौरान कलक्टर ताराचंद मीणा ने इस महोत्सव के प्रचार-प्रसार के लिए सूचना एवं जनसंपर्क विभाग द्वारा तैयार किए गए प्रोमो वीडियो को क्लिक कर लांच किया। करीब एक मिनट के इस विडियो में कोटड़ा व पानरवा के जंगलों के नैसर्गिक सौंदर्य के साथ जिले के विभिन्न पर्यटन स्थलों की झलक दिखलाई गई है।

इसी के साथ इस फेस्टिवल में प्रस्तुत होने वाले कार्यक्रमों की जानकारी भी वीडियो क्लिप के माध्यम से दी गई है। जनसंपर्क उपनिदेशक डॉ. कमलेश शर्मा ने इस प्रोमो वीडियो की विषयवस्तु की जानकारी देते हुए कलक्टर मीणा से लांच करवाया।

डॉ. शर्मा ने बताया कि इस विडियो को सोशल मीडिया के माध्यम से देश-दुनिया तक पहुंचाते हुए इस महोत्सव का प्रचार-प्रसार किया जाएगा। इस मौके पर जनजाति क्षेत्रीय विकास विभाग के उपायुक्त पर्वत सिंह चुण्डावत, पीआरओ प्रवेश परदेशी, एसपी सालवी आदि मौजूद थे।


प्राकृतिक सौंदर्य को निहारते हुए कोटड़ा पहुंचेंगे मेहमान:
कलक्टर मीणा ने बताया कि कोटड़ा ट्राइबल फेस्टिवल में शिरकत करने वाले देशी-विदेशी पर्यटक व अन्य सभी मेहमान अरावली की वादियों के बीच प्राकृतिक सौंदर्य को निहारते हुए कोटड़ा पहुंचेंगे। निर्धारित रूट के अनुसार कोटडा महोत्सव में भाग लेने वाले मेहमान अलसीगढ़ के प्राकृतिक सौंदर्य का दिक्दर्शन करते हुए झाड़ोल से पानरवा होते हुए कोटड़ा पहुंचेंगे।


सांडोल माता में एडवेंचर गतिविधियों का उठा सकेंगे लुत्फ:

इस आयोजन में आदिवासी लोक संस्कृति के साथ प्राकृतिक रोमांच का भी आनन्द उठाने का अवसर प्राप्त होगा। झाड़ोल से कोटड़ा जाने के दौरान मार्ग में सांडोल माता के समीप वन विभाग की ओर से एडवेंचर गतिविधियों का संचालन किया जाएगा। इसके तहत कार्यक्रम में शिरकत करने वाले लोग  प्रकृति के बीच पानरवा वन क्षेत्र में एडवेंचर स्पोर्ट्स, ट्रेकिंग, ट्री वॉक तथा नाल सांडोल में जीप लाईन, वॉटर रोलिंग आदि का लुत्फ उठा सकेंगे।


25 बसों की व्यवस्था के साथ कई माकूल प्रबंध:

जिला कलक्टर मीणा ने बताया कि कोटड़ा ट्राइबल फेस्टिवल स्थल तक पहुंचने के लिए जिला प्रशासन की ओर से जिला मुख्यालय से 25 बसों का संचालन किया जा रहा है। निर्धारित समयानुसार इन बसों के माध्यम से पर्यटकों, स्थानीय प्रतिभाओं व ईच्छुक लोगों को कार्यक्रम स्थल तक लाने-ले जाने की व्यवस्था रहेगी। इसी तरह यहां ठहरने के ईच्छुक पर्यटकों के लिए स्थानीय स्तर पर आवास की व्यवस्था की गई है।

उन्होंने बताया कि इसके साथ यहां जिला प्रशासन की ओर से इस कार्यक्रम में एह हजार पर्यटकों के साथ 10 हजार से अधिक स्थानीय लोगों के भाग लेने की संभावना को देखते हुए कई माकूल्र प्रबंध किये गये है।


फूड कोर्ट से आएगी आदिवासी अंचल के भोजन की महक:

जिला कलक्टर ने बताया कि इस आयोजन के दौरान कार्यक्रम स्थल पर फूड कोर्ट बनाया जा रहा है, जहां आगन्तुक उचित दाम पर मेवाड़ के लजीज व स्थानीय भोजन का लाभ ले सकेंगे। इस फूड कोर्ट में विभिन्न स्टॉल्स बनाई जा रही है, जिसमें मेवाड़ी दाल बाटी, राब, मोटे अनाज की रोटी, मौसमी सब्जियां, छाछ, पकौडे, चाय, दूध आदि उपलब्ध रहेंगे। आने वाले पर्यटक एवं स्थानीय लोग यहां के प्राकृतिक परिवेश के साथ लॉकल फूड का लुत्फ उठा सकेंगे।

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