सैप्टिक टेंक की सफाई में मानव श्रम के उपयोग को सख्ती से करें प्रतिबंधित : अंजना पंवार

 सैप्टिक टेंक की सफाई में मानव श्रम के उपयोग को सख्ती से करें प्रतिबंधित : अंजना पंवार

उदयपुर. राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी आयोग की उपाध्यक्ष अंजना पंवार ने कहा कि जो सफाई कर्मी स्वच्छता के संकल्प को साकार कर रहे हैं, उनके प्रति अधिकारियों, कर्मचारियों तथा आमजन को पूर्ण संवेदनशीलता दिखानी चाहिए। 

उनकी समस्याओं का त्वरित निस्तारण होना चाहिए। उन्होंने मैनुअप स्केविंग एक्ट को सख्ती से लागू करते हुए सैप्टिक टेंक की सफाई में मानव श्रम के उपयोग को पूर्णतया प्रतिबंधित करने की हिदायत दी।

पंवार शुक्रवार को संभागीय आयुक्त कार्यालय सभागार में सफाई कर्मचारियों एवं उनके आश्रितों के सामाजिक, आर्थिक एवं शैक्षणिक जीवन का अध्ययन तथा उनके पुनर्वास के लिए स्वरोजगार योजना की समीक्षा बैठक ले रही थी। 

उन्होंने शहर में गत 14 जुलाई को हुए सैप्टिक टेंक हादसे पर संवेदनाएं व्यक्त की। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट की स्पष्ट गाइडलाइन है कि सीवर सफाई के लिए मानव को नहीं उतारा जाएगा। यदि ऐसा पाया गया तो दोषियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई के प्रावधान है। इसके बावजूद इस तरह की घटनाएं होना दुर्भाग्यपूर्ण है। 

उनकी रोकथाम के लिए वृहद स्तर पर जागरूकता अभियान चलाने की आवश्यकता है। उन्होंने बैठक में मौजूद समस्त अधिकारियों को इसके लिए निर्देशित किया। एडीएम सिटी ने अवगत कराया कि दोनों परिवारों को होटल मालिक के माध्यम से 5-5 लाख रूपए की सहायता उपलब्ध करा दी गई हैं।

पंवार ने गिर्वा पंचायत समिति के माध्यम से दोनों परिवारों के लिए 10.10 लाख के चैक तैयार कराए। 

पंवार ने सभी निकायों में सफाई कर्मचारियों के लिए प्रति तीन माह में संपूर्ण स्वास्थ्य जांच तथा जागरूकता शिविर आयोजित किए जाने, सफाई कर्मचारियों को आईकार्ड, मौसम के अनुसार युनिफार्म, सफाई कार्य के लिए गुणवत्तायुक्त जरूरी संसाधन उपलब्ध कराने।

शहर में बने सफाई जोन में महिला-पुरूषों के लिए पृथक-पृथक चेजिंग रूम मय प्रसाधन सुविधा की व्यवस्था करने, डीपीसी कराकर सफाई कर्मचारियों की पदोन्नति करने, सफाई कर्मियों को सेवानिवृत्ति के समय ग्रेज्यूटी आदि के परिलाभ तत्काल उपलब्ध कराने के लिए आवश्यक प्रक्रिया सेवानिवृत्ति तिथि से 6 माह पहले से ही प्रारंभ करने के सहित कई निर्देश दिए.

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