क्यूँ कैद में है यह पेड़ ?

 क्यूँ कैद में है यह पेड़ ?

क्या गुनाह हुआ है इनसे? किसने इनको इस तरह कैद किया है? आखिर क्यूँ ?

यह इनके गुनाह से नहीं बल्कि इनकी बेशकीमती किस्म की वजह से कैदियों की तरह सजा झेल रहे है, शहर की फतहसागर झील किनारे बने एक गार्डन में लगे यह कुछ चंदन के पेड़ है जिन्हें चोरी के डर से लोहे के पिंजरे में सुरक्षित बंद कर दिया गया है. यही नहीं, इनकी सुरक्षा के लिए एक प्राइवेट गार्ड और होम गार्ड निरंतर ड्यूटी पर रहते है.

शहर के एक जागरूक नागरिक और Udaipurwale.com के पाठक श्री वी के दलाल ने मोर्निंग वाक करते हुए इन पेड़ो को देखा तो वहां बैठे चौकीदार से इसकी जानकारी ली. दलाल बताते है कि यह आश्चर्यजनक बात है कि किसी उद्यान में पेड़ो की सुरक्षा के लिए इस तरह के कदम उठाने पड़े.  

वी के दलाल का कहना है “करीब 15-20 पेड़ो पर यह भारी भरकम लोहे के जंगले लगा दिए है, साथ ही दो लोगो की निरंतर ड्यूटी, सिर्फ इन पेड़ो की सुरक्षा में लगभग 40-50 रूपये हर महीने खर्च होते होंगे, क्या इससे बेहतर और कम खर्च वाला कोई विकल्प नहीं?”

उदयपुर में चन्दन के पेड़ की चोरी आम है, चंदन तस्कर काफी वर्षो से सक्रीय है और आये दिन चंदन पेडो की चोरी होती रहती है. जानकारी के अनुसार 1 किलो चंदन की कीमत 12 से 16 हज़ार रूपये होती है.

उदयपुर प्रशासन चंदन चोरी को रोकने के लिए प्रयासरत है परन्तु क्या इस तरह के भारी लोहे के पिंजरे, और दो गार्ड की ड्यूटी के अलावा और भी खर्चे इन पेड़ो को इनकी कीमत से भीज्यादा महंगा नहीं बना रहे है?  सोचने का विषय है.

आप सभी की राय आवश्यक है.

Related post