पुलिस कर्मियों को दिया आईरेड एप का प्रशिक्षण
उदयपुर, 24 मार्च। एनआईसी उदयपुर द्वारा इंटीग्रेटेड रोड एक्सीडेन्ट डेटा बेस (आईरेड एप) के संबंध में पुलिस, परिवहन, स्वास्थ्य, राजमार्ग के विभागों के प्रतिनिधियों को सतत प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है। पुलिस विभाग के शेष रहें कार्मिकों के लिए गुरुवार को विशेष रूप पुनः प्रशिक्षण कार्यक्रम पुलिस लाइन सभागार में रखा गया।
एनआईसी के तकनीकी निदेशक मजहर हुसैन ने एप की प्रक्रिया के बारे में बताया। उन्होंने दुर्घटना की सूचना मिलने पर मौके पर पहुंच कर दुर्घटना के स्थान से ही फोटो व अन्य सूचनाओं को इस एप पर अपलोड करने के बारे में बताया और विभिन्न सूचनाएं इस एप के माध्यम से प्रेषित करने संबंधी जानकारी दी। प्रशिक्षण में 47 पुलिस कार्मियों लक्की मितल ने एप के बारे में विस्तार से जानकारी दी। एनआईसी उदयपुर के द्वारा विभिन्न विभागों के 350 से अधिक व्यक्तियों को प्रशिक्षण दिया जा चुका है।
उन्होंनेे बताया कि विभिन्न पुलिस थानों के द्वारा वर्ष 2022 में आज दिनांक तक कुल 913 दुर्घटनाओं के विवरण को इस एप पर अपलोड कर दिया है और डेटा बेस से यह जानकारी प्राप्त हुई है कि उदयपुर जिले में दोपहर 3 बजे से रात्रि के 9 बजे के मध्य में सर्वाधिक दुर्घटनाएं हुयी है। भविष्य में किस प्रकार कम से कम दुर्घटना हो सके इस डेटा बेस को तैयार करने का मुख्य उद्देश्य यही है।
सडक परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय, भारत सरकार ने राष्ट्रीय सूचना एवं विज्ञान विभाग के सहयोग से एकीकृत सडक सुरक्षा डेटा बेस तैयार करने के लिए इंटीग्रेटेड रोड एक्सीडेन्ट डेटा बेस (आईरेड एप) विकसित कर लागू कर दिया है। भारत सरकार द्वारा सड़क दुर्घटना का डेटा बेस तैयार कर अभियान चलाया जा रहा है जिसमे किसी भी प्रकार की सडक दुर्घटना होने पर निर्धारित पुलिस थाने के कार्मिक द्वारा मौेका निरीक्षण कर, दुर्घटना के स्थान से ही फोटो व दुर्घटना से संबधित सभी सूचनाओं को आईरेडएप के माध्यम से अपलोड किया जाता है।