सुखाड़िया विश्वविद्यालय का 29 वां दीक्षांत समारोह
- 105 स्वर्ण पदक और 180 पीएचडी डिग्रियां प्रदान की गई
उदयपुर, 22 दिसंबर। मोहन लाल सुखाडि़या विश्वविद्यालय का 29 वां दीक्षांत समारोह बुधवार को विवेकानंद सभागार में भव्य और विभिन्न नवाचारों के साथ आयोजित किया गया। इसमें कुलाधिपति और राज्यपाल कलराज मिश्र ने 105 विद्यार्थियों को स्वर्ण पदक और 180 को पीएचडी डिग्रियां प्रदान की।
सूचना तकनीक और डिजिटल माध्यमों के इस्तेमाल ने खोले नई शिक्षण विधाओं के द्वार- राज्यपाल
दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए कुलाधिपति एवं राज्यपाल कलराज मिश्र ने कहा कि दीक्षांत समारोह शिक्षा जगत का सर्वाधिक गौरवशाली क्षण होता है। विद्यार्थी के जीवन का भी यह ऐसा महत्त्वपूर्ण अवसर है जब सीखे हुए ज्ञान की पूर्णता के उपरान्त अब उसे व्यावहारिक जीवन में उतारने के लिए स्वयं को प्रस्तुत करना होता है। मैं चाहता हूँ, यहाँ से दीक्षित विद्यार्थी जीवन के हर मोड़ और पड़ाव पर समस्त चुनौतियों का सामना करते हुए लोक कल्याण के लिए अपने ज्ञान और सर्वाेपरि क्षमताओं को समर्पित करें।
राजस्थान सरकार उच्च शिक्षा को महत्वपूर्ण बनाने की दिशा में सदैव प्रयासरत-उच्च शिक्षा मंत्री
समारोह के विशिष्ट अतिथि उच्च शिक्षा मंत्री राजेंद्र सिंह यादव ने कहा कि प्रारंभिक शिक्षा जितनी महत्वपूर्ण होती उतनी ही महत्वपूर्ण विश्वविद्यालयी शिक्षा भी होती है क्योंकि यही हमारे जीवन की दिशा और दशा का निर्धारण करते हैं।
शिक्षा को अपनी महानतम क्षमताओं के विकास के साधन के रूप में सोचें विद्यार्थी-डॉ. फ्रैंक एफ. इस्लाम
इस अवसर पर ऑनलाइन जुड़े उच्च शिक्षा संस्थान मैरीलैंड, यूएसए के सलाहकार डॉ. फ्रैंक एफ. इस्लाम ने दीक्षांत उद्बोधन में अपनी भारत से लेकर अमेरिका तक कि यात्रा के सबक साझा करते हुए कहा कि भारत मेरे जीवन का एक अमिट हिस्सा है। मैं भारत से प्यार करता हूं क्योंकि मैं यहां पैदा हुआ था और इसकी कला, इतिहास, संगीत, संस्कृति और रीति-रिवाजों के कारण। लेकिन सबसे बढ़कर, मैं भारत से प्यार करता हूं क्योंकि यह लोकतंत्र, विविधता और शांति स्थापना के अंतरराष्ट्रीय प्रकाश स्तंभ के रूप में खड़ा है।
भारत संभावनाओं और आशाओं का देश-भार्गव
इस अवसर पर ऑनलाइन जुड़े भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद के महानिदेशक प्रो. बलराम भार्गव ने कहा कि भारत संभावनाओं और आशाओं का देश है जहाँ सर्वाधिक युवा है। उन्होंने कहा कि बीते एक साल से कोविड ने पूरे विश्व को प्रभावित किया है और भारत भी इससे अछूता नहीं रहा लेकिन भारत सरकार और राज्य सरकार ने कोरोना से निपटने के समुचित उपाय किये। हमारे कोविड प्रबन्धन को पूरे विश्व में सराहा गया। उन्होंने कहा कि शिक्षा व्यक्ति को सभ्य और नम्र बनाती है हम सभी को अपनी शिक्षा को देश के नव निर्माण और समाज के उन्नयन में लगाना चाहिए।
सुविवि को विश्व स्तरीय बनाना ही लक्ष्य- कुलपति
मोहनलाल सुखाडि़या विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो अमेरिका सिंह ने प्रतिवेदन प्रस्तुत करते हुए पिछले एक वर्ष में अर्जित उपलब्धियों की विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने पिछले 1 वर्ष में किए गए विभिन्न शोध, पेटेंट, नवाचारों, नए पाठ्यक्रमों, नए संकाय एवं शिक्षकों को प्राप्त विभिन्न राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय पुरस्कारों की जानकारी देते हुए कहा कि विश्वविद्यालय को अंतरराष्ट्रीय स्तर का बनाने का लक्ष्य है। उन्होंने बताया कि नाथद्वारा के पास चित्र बिलोदा गांव में विश्वविद्यालय का नया कैंपस बनाया जा रहा है जो कि अगले शिक्षा सत्र से शुरू हो जाएगा। यह उच्च शिक्षा की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा।
105 स्वर्ण पदक, 180 पीएचडी डिग्री
इस बार दीक्षांत समारोह में कुल 105 स्वर्ण पदक प्रदान किए गए जिसमें कुल 51 छात्राओं ने गोल्ड मेडल प्राप्त किया।
इनमें 8 विद्यार्थियों को चांसलर मेडल था जिसमे 4 छात्राएं थीं। इसके अलावा 89 विद्यार्थियों को विश्वविद्यालय स्वर्ण पदक और 8 विद्यार्थियों को प्रायोजित मेडल प्रदान किए गए। इसमें 74 विद्यार्थियों ने स्वयं उपस्थित होकर पदक प्राप्त किया।
दीक्षांत समारोह में 180 पीएचडी उपाधि धारकों को डिग्री प्रदान की गई। इसमें विज्ञान संकाय में 28 (11 छात्राएं), वाणिज्य संकाय 22 (8 छात्राएं), विधि संकाय में 3 (1 छात्रा), पृथ्वी पृथ्वी विज्ञान संकाय में 17 (3 छात्राएं), सामाजिक विज्ञान संकाय में 36(19 छात्राएं), शिक्षा संकाय में 22 (15 छात्राएं), प्रबंध अध्ययन संकाय में 13 (2 छात्राएं), मानविकी संकाय में 39 (20 छात्राएं),को डिग्री प्रदान की गई। इसमें 149 विद्यार्थी ने स्वयं उपस्थित होकर अपनी पीएचडी की डिग्री प्राप्त की।
इसके साथ ही गत शैक्षणिक सत्र में उत्तीर्ण हुए 45861 स्नातक एवं 13132 स्नातकोत्तर विद्यार्थियों को डिग्री प्रदान करने का अनुमोदन कुलाधिपति द्वारा किया गया। इसमें विज्ञान संकाय में 4382 स्नातक 866 स्नातकोत्तर, वाणिज्य संकाय में 5573 स्नातक 3361 स्नातकोत्तर, विधि संकाय में 1131 स्नातक 121 स्नातकोत्तर, कला संकाय में 27108 स्नातक 8499 स्नातकोत्तर, शिक्षा संकाय में 7667 स्नातक 39 स्नातकोत्तर तथा प्रबंध अध्ययन संकाय में 246 विद्यार्थियों को स्नातकोत्तर की डिग्री का अनुमोदन किया गया।
दीक्षांत समारोह से पूर्व राज्यपाल को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया।
इसके बाद विधिवत अकादमिक यात्रा सभी डीन, डायरेक्टर और बॉम सदस्यों के साथ सभागार में पहुंची। दीक्षांत समारोह का अकादमिक संचालन रजिस्ट्रार सीआर देवासी ने किया।