म्यूजियम बायनियल में प्रदर्शित होगी मेवाड़ की शौर्य गाथा एवं समृद्ध परम्पराएं

 म्यूजियम बायनियल में प्रदर्शित होगी मेवाड़ की शौर्य गाथा एवं समृद्ध परम्पराएं

उदयपुर 20 मार्च। बिहार में आयोजित सात दिवसीय म्यूजियम बायनियल में 22 मार्च से 28 मार्च 2021 तक सिटी पैलेस संग्रहालय, उदयपुर द्वारा मेवाड़ का गौरवमयी इतिहास, परम्पराएं एवं कला को प्रदर्शित किया जायेंगा। बिहार संग्रहालय में सात दिवसीय आयोजन का उद्घाटन ‘बिहार दिवस’ के मौके पर 22 मार्च 2021 को बिहार के मुख्यमंत्री माननीय श्री नीतीश कुमार करेंगे।

यह देश का पहला ऐसा म्यूजियम बायनियल होगा जहां भारतीय उपमहाद्वीप के प्रमुख संग्रहालय, संस्थान, विशेषज्ञ आदि का दुनिया भर के लिये एक साथ फिजिकल व डिजिटल दोनों स्वरूपों में होगा। बायनियल परियोजना निदेशक डाॅ. अलका पांडे के नेतृत्व में इस कार्यक्रम का आयोजन बिहार संग्रहालय पटना और बिहार सरकार के डिपार्टमेंट आॅफ आट्स, कल्चर एण्ड यूथ अफेयर्स, द्वारा किया जा रहा है।

इस बायनियल के माध्यम से दर्शक एवं प्रशंसक एक साथ विभिन्न संग्रहालयों में प्रदर्शित ऐतिहासिक व पुरा महत्व का जानकारियों से रूबरू हो सकेंगे। साथ ही रूची रखने वाले दर्शकों के लिये काॅन्फ्रेंस, म्यूजियम ट्यूर, विशेषज्ञों द्वारा ज्ञानवर्द्धक कक्षा आदि की शृंखलाएं वर्चुअल प्लेटफाॅर्म्स के माध्यम से बिल्कुल मुफ्त उपलब्ध होगी।

इस अवसर पर महाराणा मेवाड़ चैरिटेबल फाउण्डेशन, उदयपुर के प्रशासनिक अधिकारी भूपेन्द्र सिंह आउवा ने बताया कि सिटी पैलेस म्यूजियम, उदयपुर म्यूजियम बायनियल बिहार में ‘क्राॅनिकलिंग मेवाड़: हिस्ट्र थ्रू द आट्र्स’ संग्रह के माध्यम से मेवाड़ के 1454 साल के गौरवमयी एतिहासिक यात्रा को दर्शाया जायेगा। म्यूजियम बायनियल में मेवाड की समृद्ध संस्कृति एवं परम्पराओं को़ प्रदर्शित करने के लिए बिहार सरकार और म्यूजियम बायनियल की आर्ट डायरेक्टर डाॅ. अलका पांडे आदि का आभार व्यक्त किया।

बायनियल म्यूजियम में सिटी पैलेस उदयपुर से फड़ चित्रकारी के साथ ही चांदी से बनी पारम्परिक आरती और छत्र, मेवाड़ के ऐतिहासिक किलों और महलों का स्केच व फोटो वर्चुअली दिखाए जाएंगे। इस 56 फीट लम्बी फड़ चित्रकारी में बप्पा रावल से लेकर मेवाड़ के सभी महाराणाओं और उनके शौर्य गाथाओं को चित्रित किया गया है, जिसे भीलवाड़ा के कलाकार अभिषेक जोशी ने बनाया है।

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