एमडीएस के 3 छात्रों का इंस्पायर अवार्ड में सर्वश्रेष्ट प्रदर्षन
एमडीएस सीनियर सैकेण्डरी स्कूल, उदयपुर के तीन विद्यार्थियों का विज्ञान औैर प्रौद्योगिक मंत्रालय द्वारा आयोजित इंस्पायर अवार्ड में नवाचार के लिए चयनित हुये।
इनोवेशन इन साइंस परस्यूट फॉर इंस्पायर्ड रिसर्च (इंस्पायर) योजना विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग (डीएसटी), भारत सरकार के प्रमुख कार्यक्रमों में से एक है।
कक्षा 8 की छात्रा किमाया सोमानी ने जीपीएस ट्रेकर पर आधारित छात्र स्मार्ट आईडी कार्ड बनाया ताकि अभिभावक छात्र की वर्तमान स्थान की जानकारी ले सकेगे यह डिवाइस छात्रों की सुरक्षा के लिए काफी उपयोगी रहेगा।
कक्षा 9 से स्पंदन शर्मा ने अपने नवाचार में दुपहिया वाहन पर छोटे बच्चों को ले जाने में होने वाली कठिनाई को देखते हुये एक बेबी-केरी अटेचमेंट प्रोजेक्ट बनाया जिससे महिलाओं को छोटे बच्चों को दुपहिया वाहन चलाने मे काफी आसानी रहेगी। कक्षा 10 से नेहल मेहता स्मार्ट एआई चेटबोट पर आधारित स्थान जागरूकता और यातायात विश्लेषण प्रणाली बनाया जिससे यातायात को सुचारू करने में मदद मिलेगी।
यह सभी प्रोजेक्ट एमडीएस स्कूल की टेकनीकल डिपार्टमेन्ट की भावना अग्रवाल के सानिध्य मे बनाये गये.
एमडीएस टिंकरिंग लैब प्रभारी दिव्या जैन ने बताया कि इंस्पायर अवार्ड्स (मिलियन माइंड्स ऑगमेंटिंग नेशनल एस्पिरेशंस एंड नॉलेज), जिसे विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग (डीएसटी) द्वारा नेशनल इनोवेशन फाउंडेशन – इंडिया के एक स्वायत्त निकाय के साथ निष्पादित किया जा रहा है, जिसका उद्देश्य 10-15 वर्ष के आयु वर्ग के कक्षा 6 से 10 तक के छात्रों को प्रेरित करना और अध्ययन कराना है। ।
इस योजना का उद्देश्य स्कूली बच्चों में रचनात्मकता और नवीन सोच की संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए विज्ञान और सामाजिक अनुप्रयोगों में निहित दस लाख मूल विचारों व नवाचारों को लक्षित करना है। इस योजना के तहत एमडीएस के तीन विद्यार्थियों के नवाचारों का चयन हुआ था।
एमडीएस विद्यालय के निदेशक डाॅ. शैलेंद्र सोमानी ने विद्यार्थियों के प्रोजेक्ट प्लान की सराहना की व उज्ज्वल भविष्य की कामना की।