महासीर होगी संरक्षित, प्रयासों में लाएंगे तेजी, सलाहकार समूह की हुई बैठक

 महासीर होगी संरक्षित, प्रयासों में लाएंगे तेजी, सलाहकार समूह की हुई बैठक

उदयपुर. राज्य सरकार द्वारा बड़ी झील के आसपास के क्षेत्र को महासीर मछली के संरक्षण के लिए कन्जवेषन रिजर्व घोषित करने के बाद इसके संरक्षण की कार्य योजना पर चर्चा करने हेतु सलाहकार समूह की बैठक मुख्य वन संरक्षक वन्यजीव आर.के. जैन की अध्यक्षता में आयोजित हुई।

बैठक में महासीर मछली के अपस्ट्रीम प्रवाह क्षेत्र, खाद्य श्रृंखला, प्रजनन, झील में होने वाले प्रदुषण, हैबीटाट संरक्षण आदि बिन्दुओं पर विस्तृत चर्चा की गई। उप वन संरक्षक वन्यजीव उदयपुर को शीघ्र ही प्रबन्धन समिति की बैठक कर 

इसके संरक्षण की कार्य योजना तैयार करने के निर्देष दिए। कार्य योजना में मुख्य रूप से बड़ी झील में प्रदूषण फैलाने वाली गतिविधियों की रोकथाम, महासीर मछली के प्रवाह क्षेत्र में आने वाले अवरोधां का निपटान, झील में पर्यटन गतिविधियों के विनियमन को सम्मिलित किया जाएगा। 

इन सभी कार्यों में स्थानीय ईडीसी को सक्रिय कर सहयोग लिया जाएगा। बैठक में अवगत कराया गया कि राज्य सरकार द्वारा 7 अक्टूबर 2023 को बड़ी झील के इर्द-गिर्द के 206.350 हैक्टेयर क्षेत्र को महासीर कन्जवेषन रिजर्व के रूप में घोषित किया गया है। 

गौरतलब है कि वन विभाग द्वारा पिछले काफी वर्षों से बड़ी झील में महासीर मछली के संरक्षण हेतु प्रयास किए जा रहे थे। इस संबंध में राजस्थान उच्च न्यायालय द्वारा भी महासीर के संरक्षण हेतु 2017 में आदेश प्रसारित किए थे।

महासीर को “टाईगर फीष” के नाम से भी जाना जाता है।

यह एक शिकारी मछली है जो जलाशय की शुद्धता का प्रतीक है। यह केवल उन्ही जल क्षेत्र में पाई जाती है, जो प्रदुषण रहीत एवं शुद्ध हो। जिस प्रकार टाईगर की उपस्थिति अच्छे जंगल की गुणवत्ता का सूचक है, उसी प्रकार महासीर की उपस्थिति जलाषय की स्वच्छता का प्रतीक है, 

विदित रहे कि स्वच्छता की सूचक यह प्रजाति की रेड डाटा बुक में शामिल हो चुकी है एवं विलुप्ति के कगार पर है। उदयपुर जिले में महाषीर मछली मुख्यतया बड़ी झील में ही उपलब्ध है। पूर्व में यह मछली यहा की अधिकांश झीलों में पाई जाती थी।

एड्रियन सी. पिंडर व जे. रॉबर्ट ब्रिटन की “विष्व की महासीर मछलियां – स्थिति, चुनौतियां एवं संरक्षण की संभावनाएँ” शीर्षक से प्रकाषित रिपोर्ट के अनुसार 1970 से 2018 तक विष्व की 35ः  आद्रभूमि (वेटलैण्ड) समाप्त हो चुकी है। महासीर के लिए प्रदूषण रहित हैबिटेट उपलब्ध कराना एवं उसे मेंटेन करना एक चुनौती है। 

बड़ी झील महासीर कन्जर्वेशन रिजर्व विश्व में महासार के लिए समर्पित दूसरा एवं भारत का एकमात्र संरक्षित क्षेत्र है। इससे पहले पाकिस्तान में पूंछ रिवर नेशनल महासार पार्क घोषित किया गया था। शेष सभी स्थानों में महासीर नदियों में पाई जाती है।

बैठक में सेवानिवृत आई.एफ.एस. राहुल भटनागर, उप वन संरक्षक अजय चित्तौड़ा, अरूण कुमार डी, यादवेन्द्र सिंह चूण्डावत, विशेषज्ञ सतीष शर्मा, इस्माइल अली दुर्वा, विजय कोली, मत्स्य विभाग के प्रतिनिधि सज्जन सिंह देवडा, प्रहलाद सिंह झाला आदि उपस्थित रहे।

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