नई शिक्षा नीति में बदलाव युवा पीढ़ी के कौशल को बढ़ाने में करेगी मदद : प्रो. सरोज शर्मा
ग्लोबल एजुकेशन एंड एजुकेट कांक्लेव के चौथे एडिशन का हुआ आगाज
उदयपुर। सरकार की नई निति से कितना फायदा मिलेगा यह तो आने वाले में ही पता चल पाएग लेकिन यह जरूर है कि नई शिक्षा निति में किए गए बदलाव से युवा पीढ़ी अपने कौशल को बढ़ाने का काम करेगी। ये बात आईएओएस की चेयरपर्सन प्रो सरोज शर्मा ने कही. वे एआई और आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस पर आयोजित ग्लोबल एजुकेशन एंड एजुकेट कांक्लेव के चौथे एडिशन में बोल रही थी.
लक्ष्मी पब्लिसिटी और बीबी क्रिएटिव वर्ल्ड की और से शनिवार को ग्लोबल एजुकेशन एंड एजुकेट कांक्लेव के चौथे एडिशन का आगाज कार्यक्रम की मुख्य अतिथि और मुख्य वक्ता एनआईओएस की चेयरपर्सन प्रो सरोज शर्मा, विशिष्ट अतिथि डॉ कुलदीप अग्रवाल थे। वहीं कार्यक्रम में अतिथि के तौर पर सुशील अग्रवाल, मीनू अरोरा, कनिका जोशी, डॉ मनीष चुग, डॉ सतीश गुप्ता, राजेश सिंह, रीनू सिंह मौजूद थे। इस कांक्लेव में नेशनल एजुकेशन पॉलिसी 2020, समावेशी शिक्षा और उसके भविष्य,एजुकेशन एंड एथिक्स का आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर अलग-अलग सत्र आयोजित हुए।
कार्यक्रम में विभिन्न स्कूलों के चेयरपर्सन और प्रतिनिधियों ने भाग लिया। कांक्लेव के आयोजक विकास जोशी ने बताया कि कांक्लेव के तकनीकी सत्र मे वर्तमान समय में किस तरह की शिक्षा जरूरी है, शिक्षा के क्षेत्र में किस तरह के बदलाव होने चाहिए, साथ ही नई शिक्षा नीति कितनी कारगर हैं। इन विषयों पर चर्चा की गई। इसके अलावा एआई और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से शिक्षा के क्षेत्र में आए बदलावों के साथ उससे होने वाले प्रभाव और दुष्प्रभावों पर भी चर्चा की गई।
कार्यक्रम की मुख्य अतिथि और मुख्य वक्ता एनआईओएस की चेयरपर्सन प्रो सरोज शर्मा ने यह भी कहा कि नई शिक्षा निति कौशल विकास को बढ़ावा देने के साथ आत्म निर्भर भारत को मजबूत बनाने की दिशा में कारगर साबित होगी। इसके अलावा भारतीय ज्ञान विज्ञान की जानकारी को जन जन तक पहुंचाने के लिए चर्चा की गई।इस दौरान सक्सेज पॉइंट निदेशक दिलीप यादव ,जीतेश श्रीमाली ,भूपेंद्र रावल ,महेंद्र यादव ,मुकेश माधवानी और भानु प्रताप सिंह ,संजय गुप्ता ,दिनेश पटेल सहित प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन और मैनेजनेंट के पदाधिकारी मौजूद रहे।कार्यक्रम का संचालन तारिका भानु प्रताप और रेनू कर्णावत मौजूद रहे ।