एमबी अस्पताल में होगा स्ट्रोक का आपातकालीन इलाज – डॉ. सुमन
उदयपुर, 29 अगस्त। शहर का प्रमुख महाराणा भूपाल अस्पताल दिनों दिन गुणवत्ता सुधार के कार्य कर रहा है जिसके तहत मुख्यमंत्री निरोगी राजस्थान के तहत अब लकवा स्ट्रोक के मरीजों का आपातकालीन इलाज भी निशुल्क हो सकेगा।
एमबी अधीक्षक डॉ. आरएल सुमन ने बताया कि सरकार ने इसके लिए निशुल्क टीपीए इंजेक्शन उपलब्ध करा दिए। इस संबंध में आज अधीक्षक कक्ष में डॉक्टर तरुण रालोद न्यूरोलॉजिस्ट एवं मेडिसिन विभाग अध्यक्ष डॉक्टर गुरदीप कौर के साथ मीटिंग कर मरीज का बेहतर इलाज करने के निर्देश दिए एवं इस तरह के व्यवस्था की गई की प्रथम 8 घंटे में आने वाले मरीजों का इलाज न्यूरोलॉजी इस में सीधे ही भरती कर इमरजेंसी के द्वारा इलाज चालू कर दिया जाएगा एवं 8 घंटे बाद आने वाले मरीजों का इलाज मेडिसिन आईसीयू में भर्ती कर किया जाएगा।
अधीक्षक डॉक्टर सुमन ने यह भी बताया कि सीएमओ को दिशा निर्देश दिए कि वह न्यूरोलॉजिस्ट एवं गहन चिकित्सा इकाई इंचार्ज को सूचित करते हुए सीधे ही न्यूरोलॉजी आईसीयू के मेडिकल आईसीयू में भर्ती कर सकेंगे। इसके लिए इंजेक्शन टीपीए जो पहले बाहर से मंगा कर लगाए जाते थे जिसकी कीमत ₹50000 से ज्यादा होती है अब राज्य सरकार द्वारा निशुल्क उपलब्ध कराया ।
साथ ही यदि मरीज 8 घंटे या थोड़ा अधिक होने पर उसको डीसा DSA मशीन जो की सुपर स्पेशलिटी ब्लॉक में स्थापित है उसमें मैकेनिकल थ्रांबेक्ट में करके किया जाएगा किया जाएगा, जिसमें अभी क्रॉनिक केसेस इंटरवेंशन के तहत किए जा रहे थे परंतु अभी क्यूट स्ट्रोक के मरीज भी किए जा सके। बता दे, रोग के मरीज करीब करीब 8 से 10 प्रत्येक माह आते हैं, जिनका कंजरवेटिव इलाज मेडिसिन विभाग में किया जाता था।
मरीजों की अज्ञानता की वजह से सीधे न्यूरोलॉजिस्ट के पास नहीं पहुंच पाते हैं। स्ट्रोक यानी की अचानक लकवा जिसमें चेहरे का लकवा, हाथ पैर का सन एवं लकवा बोलने में दिक्कत और यदि समय 4 से 5 घंटे में मरीज अस्पताल पहुंच जाए तो उसे करीब करीब रिकवरी पूरी संभव होती है।
यह लकवा बढ़ती उम्र में हाइपरटेंशन, डायबिटीज, गुर्दा रोग, स्मोकिंग के मरीजों में ज्यादा होता है। अतः आमजन को भी चाहिए कि कभी भी एक्यूट लकवा आने पर तुरंत महाराणा भूपाल अस्पताल की इमरजेंसी सेवा ले सकते हैं।