अनन्ता हॉस्पिटल में हुआ दक्षिणी राजस्थान का पहला सफल बोन मैरो ट्रांसप्लांट
उदयपुर 29 सितम्बर। दक्षिणी राजस्थान को मेडिकल जगत की एक बड़ी उपलब्धि हासिल हुई है. उदयपुर स्थित अनन्ता हॉस्पिटल के अनन्ता कैंसर सेंटर में दक्षिणी राजस्थान का पहला बोन मैरो ट्रांसप्लांट किया गया है।
अनन्ता हॉस्पिटल के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर डॉ नितिन शर्मा ने गुरुवार को अनन्ता हॉस्पिटल में आयोजित प्रेसवार्ता में बताया की अब बोन मैरो ट्रांसप्लांट के लिए मरीजों को जयपुर ओर अहमदाबाद के हॉस्पिटल पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा। यह चिकित्सकीय सुविधाएं अब अनन्ता हॉस्पिटल में भी उपलब्ध होगी।
उन्होंने बताया कि मरीज 60 वर्षीय दीलीप सिंह निवासी ग्राम पालोदा जिला बांसवाड़ा पेशे से सरकारी अध्यापक थे । दिलीप सिंह मल्टीपल मायलोमा नामक कैंसर बीमारी से ग्रसित थे उनके उपचार के दौरान सर्वप्रथम 4 केमोथेरेपी के साईकल दिए जिसके बाद मरीज अच्छा रेस्पोंस करने लगा जिसे मेडिकल भाषा मे VGPA ( Very Good Partial Response ) कहा जाता हे जिसे देखते हुए डॉ रोहित ने बोन मैरो ट्रांसप्लांट का निर्णय लिया.
दिनांक 2 सितम्बर को मरीज दिलीप सिँह का ट्रांसप्लांट शुरू किया गया जो की 22 सितम्बर को पूरा हुआ इन बीस दिनों मे मरीज दिलीप सिंह के साथ बहुत सी शारीरिक अस्वस्थ्यता आती रही जैसे प्लेटलेट्स का बहुत कम हो जाना, बहुत ज्यादा उल्टी व दस्तो का होना इत्यादि जो की ट्रांसप्लांट मे होना स्वाभाविक था लेकिन डॉ रोहित एवं अनन्ता अस्पताल के गहन चिकित्सा इकाई के विभागध्यक्ष डॉ प्रतीक की टीम ने अच्छे से संभाला एवं ट्रांसप्लांट को पूरा करने मे अपनी अहम् भूमिका निभाई और दिनांक 22 सितंबर को मरीज दिलीप सिंह का दक्षिणी राजस्थान का पहला सफल बोन मैरो ट्रांसप्लांट पूरा हुआ
इस पुरे सफल ट्रांसप्लांट मे डॉ रोहित के साथ डॉ प्रतीक, डॉ निर्देश, डॉ दिव्यांशु एवं नर्सिंग स्टाफ की टीम ने पूरा साथ दिया।
चुकी मरीज दिलीप सिंह राजस्थान सरकार के राज्य कर्मचारी थे इस कारण माननीय मुख्यमंत्री जी द्वारा सुचारु RGHS( राजस्थान सरकार स्वास्थ्य योजना )योजना के अंतर्गत निःशुल्क हुआ
अनन्ता करेगा कैंसर पीड़ित बच्चों का निःशुल्क इलाज
ग्रुप के एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर डॉ नितिन शर्मा ने बताया कि अनन्ता हॉस्पिटल चिकित्सा क्षेत्र में नित नए मुकाम हासिल कर रहा है। हॉस्पिटल में कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से पीड़ित बच्चों का निःशुल्क इलाज किया जाएगा। साथ ही आगामी वर्षों में किडनी और लिवर ट्रांसप्लांट जैसी सुविधाओं का विस्तार किया जाएगा।