भिक्षावृत्ति मुक्त उदयपुर में आमजन भी सहयोग करें – कलेक्टर
उदयपुर 26 नवंबर। उदयपुर को भिक्षावृत्ति मुक्त बनाने हेतु जिला प्रशासन, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग, पुलिस विभाग एवं स्वयंसेवी संगठन सामूहिक प्रयास कर रहे है परन्तु यह नितान्त आवश्यक है कि आमजन भी आगे आकर सहयोग करें। यह विचार भिक्षावृत्ति मुक्त उदयपुर अभियान के तहत भिक्षावृत्ति में लिप्त लोगों से समझाइश, रेस्क्यू एवं पुनर्वास हेतु गठित विशेष दल एवं वाहन को हरी झण्डी दिखाकर रवाना करते हुए जिला कलक्टर ताराचंद मीणा ने व्यक्त किए।
भिक्षावृति में लिप्त व्यक्तियों का पुनर्वास जरूरी –कलेक्टर
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग उपनिदेशक मान्धाता सिह राणावत ने बताया कि 2 नवम्बर से उदयपुर को भिक्षावृत्ति मुक्त बनाने कि दिशा में जिला प्रशासन एवं स्वयंसेवी संस्थाओं द्वारा चिन्हीकरण एवं समझाइश का कार्य किया जा रहा था परन्तु अब विशेष दल रेस्क्यू एवं भिक्षावृत्ति मे लिप्त लोगो को पुर्नवास करने हेतु कार्य करेगा। जो भी लोग विभिन्न सामाजिक सुरक्षा योजना से जुड़ने योग्य मिलेंगे इन्हे योजनाओं से जोड़ने के साथ निराश्रित एवं बेसहारा लोगों को चित्रकूट नगर में स्थापित पुनर्वास गृह में भेजा जाएगा।
इस अवसर पर अभियान संयोजक एवं राजस्थान बाल आयोग के पूर्व सदस्य डॉ. शैलेन्द्र पण्ड्या ने जानकारी देते हुए बताया कि अभियान के दौरान ऐसे लोगो को भी चिन्हित किया जा रहा है जो बच्चो से जबरन भिक्षावृत्ति करवाते है उनके खिलाफ किशोर न्याय अधिनियम अंतर्गत कार्यवाही की जाएगी।
चित्रकूट नगर स्थित गृह में करेंगे पुनर्वास
पण्ड्या ने बताया कि अभियान में जिला कलक्टर के निर्देशन में विभागीय अधिकारी, बाल कल्याण समिति, पुलिस विभाग एवं क्षेत्रवार स्वयंसेवी संगठनों के दल बनाकर जन-जागरूकता भी की जाएगी।
आमजन से भीख नहीं देने की अपील के साथ भिक्षावृत्ति में लिप्त लोगों को रेस्क्यू कर चित्रकूट नगर स्थित गृह में पुनर्वास किया जाएगा। इस अवसर पर मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिला परिषद उदयपुर मयंक मनीष, अभियान के नोडल अधिकारी हेमन्त खटीक, बाल कल्याण समिति के सदस्य के जिग्नेश दवे, राष्ट्रीय मानवाधिकार विकास संस्थान, राहडा फाउंडेशन, गायत्री सेवा संस्थान, श्री हरी चरण संस्थान, दीपक संस्थान, आपकी सेवा संस्थान सहित विभागीय अधिकारी उपस्थिति रहे।