पिछोला में आएगा पानी, देवास प्रथम व द्वितीय के गेट मंगलवार को खुलेंगे
- अमरजोक, सीसारमा नदी व नांदेश्वर टैंक बहाव क्षेत्र में जलप्रवाह के दौरान नदी-नालों से दूर रहने की हिदायत
- पिछोला अभी 2 फ़ीट 10 इंच खाली है, 11 फ़ीट कुल भराव क्षमता
उदयपुर, 27 मार्च। देवास प्रथम (अलसीगढ) एवं देवास द्वितीय (आकोदडा व मादडी) बांधों में उपलब्ध जल को पीछोला झील में अपवर्तन करने हेतु मंगलवार (29 मार्च) को बांधों के गेट खोले जाएंगे।
जिला कलक्टर की अध्यक्षता में रविवार को नगर विकास प्रन्यास में जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग एवं जल संसाधन विभाग के अधिकारियों की आयोजित बैठक में आगामी ग्रीष्म ऋतु मेें पेयजल मांग की आपूर्ति हेतु देवास प्रथम (अलसीगढ) एवं देवास द्वितीय (आकोदडा व मादडी) बांधों में उपलब्ध जल को पीछोला झील में अपर्वतन करने का निर्णय लिया गया है।
इस दौरान प्रभावित क्षेत्रवासियों यथा अमरजोक नदी, सिसारमा नदी एवं नांदेश्वर टैंक के बहाव को सूचित किया जाता है कि वे जल प्रवाह के दौरान नदी नालों से दूर रहे एवं अपने मवेशियों को भी दूर रखें ताकि किसी भी प्रकार की जान माल की हानि ना हो।
सहायक अभियंता जल संसाधन विभाग (गिर्वा) जीवनराम मीणा ने बताया कि पीछोला झील में देवास प्रथम (अलसीगढ) से 17 एमसीएफटी व देवास द्वितीय आकोदडा से 78 एमसीएफटी व मादडी बांध से 27 एमसीएफटी पानी का डायवर्जन पिछोला झील में किया जाएगा।अभी देवास प्रथम (अलसीगढ) का जलस्तर 10 फ़ीट (22 एमसीएफटी) व देवास द्वितीय के आकोदडा बांध का जलस्तर साढे 8 मीटर (102 एमसीएफटी) व मादडी का जलस्तर 18 फ़ीट 11 इंच (32 एमसीएफटी) बना हुआ है। पीछोला का जलस्तर 8 फ़ीट 2 इंच बना हुआ है। इसकी कुल भराव क्षमता 11 फ़ीट है। वहीं 13 फ़ीट क्षमता वाले फ़तहसागर झील का जलस्तर 9 फ़ीट 8 इंच बना हुआ है।