इतिहास में पन्नाधाय का योगदान कभी नहीं भुलाया जा सकता – राजनाथ सिंह
केन्द्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने किया पन्नाधाय, उदय सिंह और चन्दन की प्रतिमाओं का अनावरण
मंगलवार को केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने उदयपुर पहुँच कर गोवर्धन सागर स्थित पन्नाधाय पार्क में नवस्थापित पन्नाधाय, उदय सिंह और चंदन की भव्य प्रतिमाओं का अपने कर कमलों से अनावरण किया। इस मौके पर केन्द्रीय ऊर्जा राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर, विधानसभा नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया सहित अन्य वरिष्ठ जनप्रतिनिधि एवं पदाधिकारी उपस्थित रहे।
इस मौके पर सभी ने पन्नाधाय के बलिदान और मेवाड़ के इतिहास में उनके योगदान को याद किया। उदयपुर संभाग के सभी छह जिलों से बड़ी संख्या में महिलाएं, बुज़ुर्ग एवं अन्य लोग पन्नाधाय की प्रतिमाओं के अनावरण के साक्षी बनने कार्यक्रम में पहुंचे।
पन्नाधाय की ऐसी प्रतिमा हिंदुस्तान में और कहीं नहीं देखी – राजनाथ सिंह
केन्द्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मंच से अपने वक्तव्य में कहा कि उदयपुर में पन्नाधाय, उदय सिंह और चंदन की जो भव्य प्रतिमाएं स्थापित की गई हैं, वे अनोखी हैं एवं उन्होंने आज तक पन्नाधाय की ऐसी प्रतिमा हिंदुस्तान में कहीं नहीं देखी। उन्होंने कहा कि राजस्थान की भूमि पर आकर गर्व होता है, इस भूमि को वीर-वीरांगनाओं ने अपने रक्त से सींचा है, यहाँ के इतिहास में वीरों के योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता। सिंह ने कहा कि अगर पन्नाधाय नहीं होती तो इतिहास ही कुछ और होता। उन्होंने कहा कि राजस्थान में कोने कोने से शौर्य की गाथाएं सुनने को मिलती है, चाहे हाड़ी रानी हो या जोधपुर में अमृता देवी विश्नोई के नेतृत्व में पेड़ों की रक्षार्थ विश्नोई समुदाय द्वारा दिया गया बलिदान।
भारत अब ग्लोबल लीडर – राजनाथ सिंह
केन्द्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कार्यक्रम में आत्मनिर्भर भारत और रक्षा क्षेत्र में हो रही प्रगति सहित विभिन्न बिंदुओं पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि आज एक आधुनिक भारत का निर्माण हो रहा हैं। उन्होंने कहा कि सरकार ने तय किया है कि 2047 तक पौने तीन लाख करोड का रक्षा निर्यात भारत से किया जाएगा क्योंकि हम भारत को आत्मनिर्भर भारत बनाना चाहते हैं। कहा कि सेना की जरूरतों का साजो सामान हम यहीं भारत में बनाना चाहते हैं और रक्षा ख़रीद का 68 फिसदी हिस्सा भारत से ही खरीदेंगे। रक्षा मंत्री ने कहा कि भारत ने हमेशा विश्व को वसुधैव कुटुंबकम का संदेश दिया है एवं ऐसा सन्देश पूरे विश्व में भारत से ही गया है। उन्होंने कहा कि भारत ने कभी किसी भी देश की एक इंच जमीन पर भी कब्जा नहीं किया और भारतीय सेनाओं के रहते कोई भी भारत की एक इंच जमीन पर भी कब्जा नहीं कर सकता।
राजस्थान की धरती को कई वीरों ने अपने बलिदान से सींचा-मंत्री कृष्णपाल गुर्जर
केन्द्रीय ऊर्जा राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने कहा कि राजस्थान की धरती को कई वीरों और वीरांगनाओं ने अपने बलिदान से सींचा है, उनमें से पन्नाधाय भी एक है। यहाँ कई वीरांगनाओं ने राजभक्ति के लिए अपने प्राणों को न्यौछावर किया है। अपने पुत्र को बलिदान कर देना कोई मामूली बात नहीं है, लेकिन पन्नाधाय ने राजभक्ति के लिए एवं अपने राज्य की रक्षार्थ अपने पुत्र को बलिदान कर दिया, ऐसा बलिदान विश्व में सर्वाेच्च बलिदान है।
पन्नाधाय ने अपने पुत्र का बलिदान दिया, ऐसा बलिदान सर्वाेच्च-कटारिया
विधानसभा नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने भी अपने वक्तव्य में पन्नाधाय के बलिदान और इतिहास में उनके अविस्मरणीय योगदान पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि किस तरह पन्नाधाय ने मेवाड़ के राजकुमार उदय सिंह को बचाने के लिए अपने पुत्र चंदन को बनवीर के हाथों न्यौछावर कर दिया एवं बनवीर ने पन्नाधाय की आँखों के सामने चंदन के प्राण ले लिए। कटारिया ने कहा कि पन्नाधाय ने जो त्याग अपने राज्य की रक्षार्थ किया, उसे कभी भी नहीं भुलाया जा सकता, ऐसा बलिदान विश्व में कहीं नहीं हुआ। कटारिया ने कहा कि मेवाड़ ने कभी गुलामी स्वीकार नहीं की एवं यहाँ के वीरों ने हमेशा अपने राज्य के लिए संघर्ष का रास्ता अपनाया और अपने प्रदेश को स्वाधीन रखने में कोई कसर नहीं छोड़ी। कार्यक्रम के अंत में उदयपुर ग्रामीण विधायक फूल सिंह मीणा ने आभार व्यक्त किया।
कार्यक्रम में कई प्रमुख व्यक्तित्व पहुंचे
पन्नाधाय की प्रतिमा अनावरण कार्यक्रम में बांसवाडा सांसद कनकमल कटारा, चित्तौड़गढ़ सांसद सी पी जोशी, पूर्व मंत्री मदन दिलावर, उदयपुर ग्रामीण विधायक फूल सिंह मीणा, मावली विधायक धर्मनारायण जोशी, झाडोल विधायक बाबूलाल खराडी, गोगुन्दा विधायक प्रताप लाल भील, सलुम्बर विधायक अमृतलाल मीणा, गुर्जर समाज अध्यक्ष रामेश्वर लाल गुर्जर, महापौर जी एस टांक, उप महापौर पारस सिंघवी सहित कई वरिष्ठ जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे।