वीकेंड कर्फ्यू के बीच कलक्टर का स्मार्ट सिटी राउंड

 वीकेंड कर्फ्यू के बीच कलक्टर का स्मार्ट सिटी राउंड

लगभग तीन घंटों में स्मार्ट सिटी के कार्यों का लिया जायजा

उदयपुर 23 जनवरी। जिला कलक्टर ताराचंद मीणा रविवार को अवकाश और कोरोना वीकेंड कर्फ्यू के बावजूद एक्शन में दिखे। इस दौरान उन्होंने लगातार लगभग तीन घंटे तक शहर की तंग गलियों में पैदल चलते हुए स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत चल रहे विविध विकास कार्यों को देखा। खुदी हुई गलियों और बंद रास्तों को देखकर कलक्टर सशंकित भी दिखे और आमजन की परेशानियों को भांपकर अधिकारियों से इनके पूर्ण होने की डेड लाईन जानकर त्वरित गति से कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिए।  

24 घंटे पेयजल आपूर्ति जल्द करें:
आज सुबह स्मार्ट सिटी परियोजना कार्यालय से निकले कलक्टर मीणा सीधे ही माछला मगरा पहुंचे और यहां पर परियोजना के तहत शहर में स्वच्छ व निर्बाध पेयजल आपूर्ति के लिए तैयार किए जा रहे फिल्टर प्लांट को देखा। उन्होंने प्लांट के विभिन्न भागों को देखा और अधिकारियों से इससे जलापूर्ति के बारे में पूछा। अधिकारियों ने बताया कि शहर में लगभग सभी स्थानों पर पुरानी पाईप लाईन को बदला जा चुका है और फिलहाल आंशिक क्षेत्र में जलापूर्ति की जा रही है। प्लांट का कार्य पूर्ण होते ही शहरवासियों को 24 घंटे जलापूर्ति की सुविधा मिलने लगेगी। कलक्टर ने यहां पर जलापूर्ति के संबंध में शिकायतों के बारे मं पूछा तो अधिकारियों ने कहा कि वर्तमान में किसी प्रकार की शिकायत नहीं आ रही है।        

बंद रास्तों से जनता को तकलीफ न हो:
स्मार्ट सिटी कार्यों के निरीक्षण के दौरान कलक्टर सामोरबाग के समीप चल रहे भूमिगत पाइपलाईन व अन्य कार्य पर पहुंचे। उन्होंने यहां पर तीन तरफ से रास्तों को बंद किया देखकर कहा कि विकास कार्यों के कारण बंद किए जाने वाले रास्तों से आम जनता को तकलीफ न हो। इस पर स्मार्ट सिटी एसीईओ प्रदीपसिंह सांगावत ने कहा कि शहर में अभी 28 साईट्स पर इसी प्रकार का कार्य चल रहा है और जहां-जहां भी कार्य चल रहा है वहां पर जनता के लिए वैकल्पिक मार्ग खुले रखे गए हैं। इसके अलावा परियोजना द्वारा कार्य प्रारंभ होने से पूर्व घर-घर में पेम्पलेट बांटकर और अखबार इत्यादि के माध्यम से विकास कार्य के लिए कारण रास्ता बाधित होने के बारे में सूचित किया जा रहा है।

आपकी डेडलाईन 31 मार्च ही है न ?
शहर के कई इलाकों में गलियों की खुदाई और नक्शे में काम की प्रगति को देखते हुए कलक्टर ने स्मार्ट सिटी अधिकारियों से पूछा तो एसीईओ सांगावत ने बताया कि 31 मार्च तक कार्य पूर्ण हो जाएगा। पेयजल, सीवरेज और बिजली लाईनों के साथ सड़क निर्माण संबंधित कामों की अधिकता को देखते हुए कलक्टर ने कई बार शंका भरे लहजे में अधिकारियों को यही पूछा कि आपकी डेडलाईन 31 मार्च ही है न ? काम हो तो जाएगा न ? अधिकारी भी अधिकांश बार कार्य पूर्ण करने के लिए आश्वस्त करते ही दिखे।  
ये खड्डा क्यों ? बहता पानी पेयजल तो नहीं ?
स्मार्ट सिटी परियोजना कार्य निरीक्षण दौरान कलक्टर मीणा ने कई जगह रास्ते में यू ही खुदे हुए खड्डे देखकर सवाल किए कि यह खड्डा क्यों खोदा गया है ? अधिकारियों ने पेयजल सप्लाई के क्रॉस कनेक्शन के लिए खड्डे को खोदे जाने की जानकारी दी। इसी प्रकार एक खड्डे में तेजी से साफ पानी निकलता देखकर कलक्टर ने पूछा कि यह पानी पेयजल तो नहीं है ? अधिकारियों ने इसे पुरानी पेयजल लाईन बताया और इसे जल्द ही बंद करने को आश्वस्त किया।

तारों का जंजाल हटवाओ:
पुराने शहर में कई-कई जगह बिजली और टेलीफोन के खंभों पर लटकते तारों को देखा तो बिजली कनेक्शन की केबल और मीटर से बाहर निकल रहे तारों के गुच्छों को देखकर कलक्टर ने अधिकारियों को तारों का जंजाल हटवाने को कहा।

पार्किंग में धूल और गंदगी पर जताया आश्चर्य:
स्मार्ट सिटी राउंड दौरान कलक्टर चांदपोल स्थित नवनिर्मित पार्किंग पर भी पहुंचे। उन्होंने यहां पर वाहनों के लिए बनाई गई लिफ्ट और इसकी कार्यप्रणाली के बारे में जानकारी ली। पार्किंग में जमी हुई धूल की परतों को देखकर कलक्टर को शंका हुई तो उन्होंने अपने जूतों से जमीन खुरच कर पता लगाया कि पक्की है या नहीं ? उन्होंने यहां पर पसरी गंदगी और धूल को हटाने के निर्देश दिए।

नोटिस देना काफी नहीं, सीज करो:
कलक्टर ने अंबावगढ़ क्षेत्र में सीवरेज पानी रिसाव की शिकायत पर अधिकारियों से जानकारी ली तो बताया गया कि यहां से सीवरेज को लिफ्ट कर नई लाईन के माध्यम से बाहर निकाला जाएगा। अधिकारियों ने होटलों द्वारा जूठन को सीवर लाईन में बहाने से सीवर लाईन के जाम होने की शिकायत की और कुछ होटलांे को नोटिस दिए जाने की बात कही। कलक्टर ने कहा कि नोटिस देना ही काफी नहीं, यदि शिकायत की पुष्टि होती है तो संबंधित होटल को सीज किया जाए।

फ्लाई ओवर व आयड़ नदी सौंदर्यीकरण प्रगति जानी:
अपने निरीक्षण दौरान कलक्टर ने भट्टे पर तैयार हो रहे फ्लाई ओवर को देखा। अधिकारियों ने यहां पर 16 में से 7 स्पान तैयार हो जाने के बारे में बताया और मार्च तक कार्य पूर्ण कर लेने को आश्वस्त किया। इसी प्रकार आयड़ नदी के सौंदर्यीकरण के कार्य को भी देखा और यहां पर प्रस्तावित कार्य के बारे में जानकारी लेते हुए कार्यों की गुणवत्ता के संबंध में निर्देश दिए।

इन कार्यों को भी देखा:
स्मार्ट सिटी राउंड दौरान कलक्टर ने गणगौर घाट, मंदिरों इत्यादि के जीर्णोद्धार कार्य, घंटाघर क्षेत्र में सड़क निर्माण कार्य, पुराने शहर में दुकानों पर लगाए गए बोर्ड, धानमंडी, बड़ी होली, भडबुझा घाटी आदि में चल रहे निर्माण कार्यों का भी निरीक्षण किया और महत्त्वपूर्ण निर्देश दिए।  

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