कलक्टर ने किया उदयपुर सरस डेयरी का औचक निरीक्षण
सभी गांवों को डेयरी सहकारिता से जोड़े – मीणा
उदयपुर दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ के प्रशासक और जिला कलक्टर ताराचंद मीणा ने मंगलवार को उदयपुर सरस डेयरी का औचक निरीक्षण किया और यहां संपादित गतिविधियों के बारे में जानकारी लेते हुए महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश दिये।
कलक्टर मीणा ने डेयरी संयंत्र के निरीक्षण दौरान दूध एवं दुग्ध उत्पादों की प्रोसेसिंग, पैकिंग एवं अन्य गतिविधियों और इनके लिए की गई व्यवस्थाओं के बारे में जानकारी ली। प्रबंध संचालक नटवरसिंह ने डेयरी में संकलित होने वाले दुध और इससे उत्पादों को तैयार करने की प्रक्रिया तथा इनके वितरण आदि के बारे में विस्तार से अवगत कराया। उन्होंने कलक्टर को दुग्ध संघ में संचालित योजनाओं एवं संघ के कार्यकलापों की प्रगति से अवगत कराया।
दुग्ध संकलन केन्द्र प्रारंभ करने के निर्देश:
यरी के निरीक्षण दौरान कलक्टर ने प्रबंध संचालक नटवर सिंह को निर्देश दिए कि जिले के सभी गांवों को डेयरी सहकारिता से जोड़े तथा जिन-जिन ग्राम पंचायतों में डेयरी गतिविधियां नहीं है उनके सरपंचों को पत्र जारी कर ग्राम पंचायत के 15-15 दुग्ध उत्पादकों को सदस्य बनाकर दुग्ध संकलन केन्द्र प्रारंभ किए जाए। इस दौरान बताया गया कि दुग्ध संकलन केन्द्र प्रारंभ करने के लिये यह आवश्यक है कि सभी सदस्यों का मिलाकर कम से कम 100 किलो दूध प्रतिदिन संकलित हो, ताकि दुग्ध उत्पादकों को दूध का उचित मूल्य, डेयरी से मिलने वाली सभी सुविधाओं तथा राज्य सरकार द्वारा वर्तमान मे ‘मुख्यमंत्री दुग्ध उत्पादक संबल योजनान्तर्गत‘ दुग्ध उत्पादक सदस्यों को 5 रुपये प्रति किलो की दर से दिये जा रहे अनुदान का लाभ मिल सके।
हर कस्बे में मिलेंगे सरस उत्पाद:
निरीक्षण दौरान जिला कलक्टर ने सरस डेयरी के समस्त उत्पादों को भी देखा और इसकी गुणवत्ता सुनिश्चित करने को कहा। उन्होंने निर्देश दिये कि जिले के सभी कस्बों में सरस उत्पादों की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। जो भी सरस एजेंसी लेने के इच्छुक हो, उन्हें ‘पहले आओ, पहले पाओ’ के आधार पर प्राथमिकता से सरस एजेन्सी आवंटित करें, ताकि युवाओं को रोजगार मिल सके एवं उनकी आमदनी हो। प्रबंध संचालक ने इस दिशा में तत्काल कार्यवाही प्रारंभ करने को आश्वस्त किया। इस दौरान सेव द गर्ल चाइल्ड की ब्रांड एंबेसडर डॉ. दिव्यानी कटारा भी मौजूद रही।