हस्तकला शिविर में बाल कलाकारों ने लुप्त होती कला को किया पुनर्जीवित

 हस्तकला शिविर में बाल कलाकारों ने लुप्त होती कला को किया पुनर्जीवित

कामण कला संस्थान एवं पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र, उदयपुर के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित सात दिवसीय  हस्तकला (Paper Mache) शिविर (26 फ़रवरी से 04 मार्च  2022 के मध्य) का समापन समारोह आज  आर्ट जंक्शन रेजीडेंसी , गाँव – बडंगा, उदयपुर  में हुआ l

इस शिविर में तीन आमंत्रित कला विशेषज्ञ भूपत डूडी, आशीष श्रृंगी एवं रामदेव मीना ने बीस प्रतिभागी बच्चों को, विलुप्त हो रही पेपेरमेशी हस्तकला को शिविर के दौरान सिखाया l 

शुक्रवार को शिविर के अंतिम दिवस पर 20 जनजाति बच्चों द्वारा बनाई गयी कलाकृतियों का प्रदर्शन किया गया l इस अवसर पर पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र, उदयपुर की निदेशक श्रीमती किरण सोनी गुप्ता ने बच्चों द्वारा बनायीं गयी  कलाकृतियों की सराहना की एवं नन्हे कलाकारों का हौसला बढ़ाया l

समारोह में मोहनलाल सुखाडिया यूनिवर्सिटी  के पी. जी. डीन प्रो मदन सिंह राठौर ने कामण आर्ट फाउंडेशन और पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र, उदयपुर का आभार जताया और कहा की इस तरह के प्रयासों से विलुप्त हो रही कला को एक नयी दिशा मिलेगी एवं भावी कलाकार को इस प्रकार की कला से रूबरू होने का मौका मिलेगा l

कामण कला संस्थान के अध्यक्ष  डॉ चिमन डांगी ने विशेष रूप से पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र, उदयपुर की निदेशक किरण सोनी गुप्ता को धन्यवाद दिया और कहा की उनके सकारात्मक प्रयासों से ये शिविर संपन्न हो सका। चित्रकार ललित शर्मा ने बच्चों की कला की सराहना की और कहा की इन बच्चों ने पेपरमेशी कला के द्वारा अपने मन के कला भावों को मूर्त रूप दिया है जो अत्यंत सुखद है l

Related post