विद्यापीठ में बनेगा विश्व स्तरीय संग्रहालय
क्यू आर कोड से जान सकेगे, भारतीय, इतिहास, संस्कृतिक की झलक
उदयपुर 02 नवम्बर/ जनार्दनराय नागर राजस्थान विद्यापीठ डीम्ड टू बी विश्वविद्यालय के कुलपति सचिवालय में बुधवार को कुलपति कर्नल प्रो. एस.एस. सारंगदेवोत की अध्यक्षता में हुई बैठक में संस्थान के साहित्य संस्थान में बने संग्रहालय को भारतीय सभ्यता, संस्कृति के अनुरूप अत्याधुनिक एवं विश्व स्तरीय संग्रहालय बनाने का निर्णय किया गया।
प्रो. सारंगदेवोत ने बताया कि 10 हजार स्क्वायर फीट में बनने वाले संग्रहालय में मेवाड़ के इतिहास को प्राथमिकता दी जायेगी जिसमें मेवाड़ की आदिवासी परम्परा, रहन, सहन, खान-पान, गेलेरी, मेवाड़ दर्शन, मेवाड़ के राजा, महाराजा, स्वतंत्रता सेनानी, यहॉ के किले, महल, परम्परा, को दर्शाया जायेगा।
उन्होने कहा कि संग्रहालय में आने वाले विद्यार्थी एवं आमजन अपने मोबाईल से क्यू आर केाड़ के माध्यम से हर दौर का इतिहास जा सकेगे। साहित्य संस्थान में इतनी पाण्डुलिपि व हडप्पा के समय के इतने अवशेष है जो पूुरे देश में कही देखने को नहीं मिलेगे, जिसे आमजन तक पहुंचाने की जरूरत है।
बैठक में इतिहासविद् प्रो. गिरिशनाथ माथुर, संदीप पुरोहित निदेशक प्रो. जीवन सिंह खरकवाल, प्रो. मीना गोड़, डॉ. हेमेन्द्र चौधरी, डॉ. भूपेन्द्र श्रीमाली, डॉ. राजेन्द्रनाथ पुरोहित, डॉ. प्रकाश शर्मा, हंसमुख सेठ ने भी संग्रहालय को लेकर अपने सुझाव दिये।