उदयपुर में 5 से 7 मार्च तक होगा थियेटर उत्सव
– इला अरूण, लिलेट दुबे, विक्रांत मिश्रा आदि नामी कलाकारों की होगी प्रस्तुतियां
– प्रभा खेतान फाउंडेशन की पहल
कोरोना काल के बाद झीलों की नगरी उदयपुर में पहली बार थिएटर फेस्टिवल का आयोजन किया जा रहा है। इस पहल का सूत्रधार बना है उदयपुर का प्रभा खेतान फाउंडेशन। आयोजक अहसास महिला समूह द्वारा इस थिएटर फेस्टिवल का आयोजन 5 से 7 मार्च तक होगा।
रेडिसन होटल में होने वाले इस 3 दिवसीय थिएटर उत्सव की तैयारियां पूरी कर ली गयी है। अहसास के पदाधिकारियों ने बताया कि लेकसिटी में आयोजित यह उत्सव दर्शकों के लिए जीवन के सभी रंगों का आनंद लेने के लिए एक अद्भुत अनुभव देगा। इस उत्सव के तहत परफोर्मिंग आर्ट क्षेत्र के दिग्गज लिलेट दुबे और इला अरुण, केके रैना, विक्रांत मिश्रा, इरा दुबे, जॉय सेनगुप्ता, मार्क बेनिंगटन, ऋषि खुराना, प्रणव सचदेव जैसे वरिष्ठ कलाकारों के साथ तीन समकालीन मंच नाटकों से दर्शकों का मनोरंजन करेंगी।
उदयपुर की अहसास महिलाएं स्वाति अग्रवाल, श्रद्धा मुर्डिया, मूमल भंडारी, कनिका अग्रवाल, रिद्धिमा दोशी और शुभ सिंघवी उदयपुर में इस उत्सव की तैयारियों में जुटी हुई हैं। इस उत्सव में देशभर के विभिन्न शहरों से कलाप्रेमी शामिल होंगे। इसके साथ ही जीवन के सभी क्षेत्रों की समान विचारधारा वाली महिलाओं के अहसास समूह की महिलाओं द्वारा भी भाग लिया जाएगा।
इस तरह होंगी प्रस्तुतियां :उत्सव का पहला दिन शोभा डे द्वारा लिखित लॉकडाउन लिएज़ोन्स के साथ शुरू होगा । यह नामी भारतीय अभिनेता और थिएटर निर्देशक लिलेट दुबे द्वारा निर्देशित नाटक 5 लघु कथाओं के संग्रह पर आधारित है । कोविड के समय पर आधारित नाटक जीवन और मानवीय संबंधों की असुरक्षा से संबंध रखता है । स्टार कास्ट में लिलेट दुबे, इरा दुबे और जॉय सेनगुप्ता शामिल हैं । दूसरे दिन भारतीय लेखक और स्तंभकार किश्वर देसाई द्वारा लिखित देविका रानी का प्रदर्शन होगा ।
भारत की पहली अंतरराष्ट्रीय स्क्रीन दिवा देविका रानी के जीवन पर आधारित एक अदभुत नाटक का निर्देशन लिलेट दुबे द्वारा किया गया है । देविका रानी बॉम्बे टॉकीज फिल्म स्टूडियो चलाने वाली पहली महिला हैं। इसकी स्टार कास्ट में इरा दुबे , जॉय सेनगुप्ता , मार्क बेनिंगटन और ऋषि खुराना शामिल हैं।
तीसरे दिन इला अरूण द्वारा लिखित ये रास्ते हैं प्यार के नाटक प्रदर्शित किया जाएगा। इला अरुण लोक और लोक पॉप संगीत की शैली में एक विश्व स्तरीय नाम है । नाटक का निर्देशन केके रैना ने किया है । इला अरुण ने एक भयकर महामारी के अनिश्चित समय में दो बुजुर्गों की एक सुंदर कहानी बुनी है, जो अपने खाली जीवन के अलगाव से मुक्त होने के लिए बेताब हैं स्टार कास्ट में इला अरुण, केके रैना और विक्रांत मिश्रा शामिल हैं ।
क्या है प्रभा खेतान फाउंडेशन :
उल्लेखनीय है कि स्व.डॉ.प्रभा खेतान ने कोलकाता में प्रभा खेतान फाउंडेशन की स्थापना की थी । फाउंडेशन पूरे भारत में साहित्य प्रदर्शन कला, सांस्कृतिक विरासत और महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए समर्पित होकर काम कर रहा है। संगठन भारत और विदेशों में 40 शहरों में सक्रिय है। फाउंडेशन भारत के समान विचारधारा वाले संगठनों लोगों और अहसास महिलाओं की सहायता से भारत और विदेशों में कला और संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए निरन्तर कार्यरत है।