विद्या बंधु संघ के मुखपत्र का विमोचन

 विद्या बंधु संघ के मुखपत्र का विमोचन
  • विगत नब्बे सालों से सक्रिय है विद्या भवन की एलुमिनी एसोशियेशन
  • छोटे से गाँव से लेकर विश्व के सर्वाधिक विकसित देशों मे बना रहे पहचान

वर्ष 1934 मे स्थापित विद्या बंधु संघ देश की सर्वाधिक पुरानी “एलुमिनी एसोसीएशन” मे से एक है जो वर्ष 1934 से निरंतर सक्रिय रह पूर्व विद्यार्थियों को मातृ संस्था से जोड़े रखती है । विद्या भवन स्कूल मे आयोजित संघ के स्नेह मिलन मे वर्तमान शैक्षिक व सामाजिक चुनौतियों पर चिंतन हुआ ।

संघ के मुखपत्र के पैंतीसवे संस्करण का विमोचन विद्या भवन के अध्यक्ष अजय एस मेहता व उपस्थित अतिथियों ने किया । इस अवसर पर मेहता ने कहा कि विद्या भवन आजादी से भी सोलह वर्ष पूर्व स्थापित हुआ और तब से लेकर आज तक शिक्षा से सामाजिक परिवर्तन के लक्ष्य पर पूरी निष्ठा से कार्य कर रहा है ।

मुख पत्र की संपादक डॉ कुसुम माथुर और डॉ मंजु चतुर्वेदी ने बताया कि पत्रिका मे सोशल मीडिया, कोचिंग, महंगे स्कूल, हिंदी / अंग्रेजी माध्यम, सहशिक्षा की आवश्यकता जैसे विविध मुद्दों पर विमर्श प्रस्तुत हुआ है ।

कार्यक्रम मे देश विदेश से आये 400 से अधिक पूर्व विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए विद्या बंधु संघ की अध्यक्ष पुष्पा शर्मा ने कहा कि पद्मविभूषण स्व.डॉ.मोहन सिंह मेहता द्वारा स्थापित विद्या भवन के पूर्व विद्यार्थी विगत एक छोटे से गाँव से लेकर विश्व के सर्वाधिक विकसित देशों मे अपनी सकारात्मक भूमिका निभाते आये हैं ।

कार्यक्रम मे 50 वर्ष व 25 वर्ष पूर्व संस्था से उतीर्ण विद्यार्थियों का विशेष रूप से सम्मान किया गया । मुख्य अतिथि विद्या भवन की पूर्व प्राध्यापिका शरण काला थी ।

बेच 1986 के विद्यार्थी पारिवारिक न्यायालय के न्यायाधीश महेंद्र कुमार मेहता, नीलगगन स्टेशनरी कंपनी , विशाखापट्टनम के प्रमुख महेंद्र तांतेड, जिला रसद अधिकारी मनीष भटनागर, दुबई मे व्यवसायी मुमताज हुसैन ने संस्था से मिलें संस्कारों पर चलते रहने का संकल्प दोहराया ।

बेच 1973 के तरुण बक्षी व अतुल भटनागर ने अपने सहपाठियों पूर्व मंत्री बीना काक व भारत के पूर्व उद्योग सचिव सिद्धार्थ कुमार के साथ बिताए दिनों को याद किया ।

अध्यक्षता वरिष्ठ विद्या बन्धु चन्दर सिंह के मेहता ने की ।संचालन संघ सचिव गोपाल कृष्ण बम्ब ने किया l

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