44वां एमकेएम (MKM) फुटबॉल टूर्नामेंट 20 से

 44वां एमकेएम (MKM) फुटबॉल टूर्नामेंट 20 से

10 दिवसीय भव्य टूर्नामेंट में देश की 12 टीमों में होगा मुकाबला

देश के सबसे बड़े राज्यस्तरीय टूर्नामेंटों में से एक फुटबॉल के महाकुंभ एमकेएम फुटबाॅल टूर्नामंेट का आगाज जिं़क सिटी उदयपुर के निकट जावर माइंस के जावर फुटबाॅल स्टेडियम में 20 जनवरी से होगा। समारोेह मेें मुख्य अतिथि प्रसिद्ध भारतीय फुटबॉलर क्लाइमैक्स लाॅरंस एवं राजस्थान फुटबाॅल एसोसिएशन के अध्यक्ष दिलीप सिंह शेखावत, जिला फुटबाॅल संघ के अध्यक्ष शकील अहमद , हिन्दुस्तान जिं़क के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अरूण मिश्रा होगें। इस अवसर पर जावर माइंस के आईबीयू सीईओ राम मुरारी, जावर माइंस मजदूर संघ के महामंत्री लालूराम मीणा एवं एमएकेएम टूर्नामेंट के आयोजन सचिव दीपक गखरेज़ा उपस्थित रहेगें।

हिंदुस्तान जिंक जावर माइंस मजदूर संघ के सहयोग से 10 दिवसीय टूर्नामेंट की मेजबानी करेगा। देश भर से प्रदेश की राष्ट्रीय स्तर की फुटबॉल प्रतियोगिता अखिल भारतीय मोहन कुमार मंगलम स्मृति में 1976 से आयोजित की जा रही है।

प्रतियोगिता में राजस्थान की मेजबान टीम के साथ दो अन्य टीमें राजस्थान पुलिस एवं डीएफए उदयपुर के साथ ही देश की जानी मानी टीमें प्रतिभागी होगीं। देश की अन्य टीम शिमला यंग एफ सी, राउंड ग्लास एफसी पंजाब, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया मुंबई, आर्टिलरी सेंटर हैदराबाद, एनएफए नीमच, दून स्टार एफसी देहरादून, बीएसएफ सिलीगुड़ी, एआरए फुटबाॅल क्लब गुजरात, आर्यक्स सुपर बन एफसी कोलकाता एक-दूसरे के खिलाफ प्रतिस्पर्धा करेंगी।

हिंदुस्तान जिंक खेलों के विकास में सहयोग हेतु प्रतिबद्ध है और लगभग 4 दशकों से खिलाड़ियों को बढ़ावा दे रहा है, कंपनी ने 1976 में राजस्थान के जावर में फुटबॉल स्टेडियम बनाया था। एमकेएम टूर्नामेंट सामुदायिक भागीदारी और सामुदायिक जुड़ाव को बढ़ावा देने के लिए एक महत्वपूर्ण मंच रूप में उभरा है।

अखिल भारतीय एमकेएम फुटबॉल टूर्नामेंट का इतिहास

अखिल भारतीय एमकेएम फुटबॉल टूर्नामेंट के पहले संस्करण का उद्घाटन वर्ष 1976 में भारत सरकार के पूर्व केंद्रीय इस्पात और खान मंत्री स्वर्गीय श्री मोहन कुमारमंगलम की स्मृति में किया गया था। स्वर्गीय श्री मोहन कुमारमंगलम ने अक्टूबर, 1972 में जावर माइंस का दौरा किया था और जावर माइंस के कर्मचारियों के दिलों में एक स्थायी स्मृति छोड़ दी थी। दुर्भाग्य से, 1973 में एक हवाई दुर्घटना में उनकी मृत्यु हो गई। जावर माइंस के कर्मचारियों ने उनके नाम पर समर्पित एक फुटबॉल टूर्नामेंट शुरू कर उन्हें श्रृद्धाजंली देते हुए इसके पहले संस्करण की वर्ष 1976 में शुरूआत की। इस टूर्नामेंट ने अपनी यात्रा के 43 संस्करण पूरे कर लिए हैं और इस वर्ष 20 से 29 जनवरी, 2024 तक 44 वें अखिल भारतीय एमकेएम फुटबॉल टूर्नामेंट की मेजबानी की जाएगी। टीमों का चयन विभिन्न टीमों के नामांकन और आपसी सहमति के अनुसार किया जाता है। इस टूर्नामेंट की दिलचस्प विशेषता यह है कि एक आदिवासी क्षेत्र में आयोजित होने के बावजूद यह समुदाय के सभी वर्गों के लोगों की सक्रिय भागीदारी को आकर्षित करता है।

सामुदायिक जुड़ाव का अनूठा उदाहरण है यह आयोजन

यह टूर्नामेंट स्थानीय समुदायों के साथ बातचीत का सबसे महत्वपूर्ण माध्यम साबित हुआ है और सामुदायिक जुड़ाव के लिए महत्वपूर्ण साबित हुआ है। एमकेएम फुटबॉल टूर्नामेंट अपनी तरह का एक अनूठा आयोजन साबित हुआ है जो हिन्दुस्तान ंिजं़क के सभी वर्गों – कर्मचारियों, समुदाय और हितधारकों को एक साथ लाता है। इस उल्लेखनीय टूर्नामेंट को देखने के लिए रिकॉर्ड 15,000 से अधिक दर्शक जुटतें है। कर्मचारियों, श्रमिकों के बच्चों की प्रेरक भागीदारी को देखते हुए, उन्हें हिन्दुस्तान जिं़क का प्रतिनिधित्व करने का अवसर दिया जाता है, यह अपनेपन की भावना लाता है।

Related post