तनावमुक्ति के लिए अधिकारियों और कर्मचारियों ने किया ध्यान का अभ्यास
आरएएस अधिकारी मुकेश कलाल ने दिये ध्यान चेतना मुक्ति के टिप्स
उदयपुर 17 सितंबर। आज के व्यस्त और तनाव मुक्त जीवन में हम कहीं न कहीं अपने स्वास्थ्य को नजरअंदाज कर देते हैं। निरंतर ऐसा करते रहने से एक समय के बाद शरीर जवाब देता है और बीमारियां भी जन्म लेती है।
अधिकारी और कर्मचारी भी काम की आपा-धापी के बीच तनाव से मुक्त रहें और आमजन को बेहतर सेवाएं दे पाएं इसके लिए जिला परिषद सभागार में श्री रामचंद्र मिशन और हार्टफुलनेस संस्थान के सहयोग से तीन दिवसीय ‘तनाव मुक्त एवं प्रसन्न चित्त जीवन’ विशेष ध्यान कार्यशाला का शुभारंभ शनिवार सुबह जिला प्रशासन द्वारा किया गया। इसी प्रकार रविवार और सोमवार को भी प्रातः 8:30 बजे से 9:30 बजे कार्यशाला का आयोजन जिला परिषद सभागार में किया जाएगा।
तनाव मुक्ति के लिए आधे घंटे ध्यान में लीन रहे प्रतिभागी
प्रथम दिन सुबह प्रशिक्षकों द्वारा सरकारी अधिकारियों एवं कर्मचारियों को सभागार में ध्यान का अभ्यास कराया गया। कार्यशाला में जिला कलेक्टर ताराचंद मीणा एवं एडीएम ओ पी बुनकर भी उपस्थित रहे। आरएएस अधिकारी एवं महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार मुकेश कलाल ने बतौर प्रशिक्षक सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को ध्यान का विशेष अभ्यास कराया। पहले दिन सत्र में दस मिनट कार्यशाला की महत्ता एवं आवश्यकता पर प्रकाश डाला गया। इसके बाद पाँच मिनट रिलैक्सेशन का अभ्यास कराया गया और फिर लगभग आधे घंटे ध्यान का अभ्यास सभी कार्मिकों को करवाया गया। अंत में दस मिनट का सेशन प्रश्नोत्तरी हेतु रखा गया। इस दौरान श्री रामचंद्र मिशन उदयपुर हार्टफूलनेस ज़ोन समन्वयक मधु मेहता, केंद्र समन्वयक डॉ राकेश दशोरा, मोहन बोराना, प्रशिक्षक रीटा नागपाल एवं संस्था के सदस्य उपस्थित रहे।
ध्यान से हुआ आत्मिक शांति का अनुभव
आधे घंटे ध्यान में लीन रहने के बाद सभी प्रतिभागी कार्मिकों को शांति की अनुभूति महसूस हुई। ध्यान पूर्ण होने के बाद कर्मचारियों ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि ध्यान करने से उन्हें आत्मिक शांति की अनुभूति हुई है एवं तनाव काफी कम हुआ है। कार्मिकों ने तनाव मुक्ति के लिए विशेष कार्यशाला आयोजित करने हेतु आयोजकों का आभार भी व्यक्त किया।
किसी भी टास्क को बिना चिंता के पूरा करें –कलेक्टर मीणा
जिला कलेक्टर ताराचंद मीणा ने सभी कार्मिकों कहा कि कोई भी बड़ी जिम्मेदारी या टास्क मिलने पर कार्मिकों को घबराना नहीं चाहिए क्योंकि चिंता करने से भी कोई फायदा नहीं होता एवं शांत मन से हम किसी कार्य को बेहतर ढंग से पूर्ण कर सकते हैं। कलेक्टर ने सभी कार्मिकों को तनाव मुक्त रहने एवं प्रतिदिन जीवन में योग एवं ध्यान का अभ्यास करने के लिए प्रेरित किया। कलेक्टर ने कहा कि कोरोना काल के बाद लोगों की दिनचर्या में बदलाव हुआ है और तनाव भी बड़ा है ऐसे में हर व्यक्ति चाहे वह अधिकारी हो चाहे कर्मचारी उसे प्रतिदिन ध्यान की आदत डालनी चाहिए । इस मौके पर अतिरिक्त जिला कलेक्टर ओपी बुनकर ने दैनंदिन जीवन में ध्यान का महत्व उजागर किया और इस कार्यशाला की पहल के लिए प्रशिक्षकों का आभार भी व्यक्त किया।
तनाव मुक्ति के लिए प्रतिदिन करें ध्यान – आरएएस कलाल
आरएएस अधिकारी एवं ध्यान प्रशिक्षक मुकेश कलाल ने बताया कि आज के इस तनावयुक्त जीवन में हार्टफुलनेस संस्थान के सहयोग से जिला परिषद सभागार में तीन दिवसीय कार्यशाला आयोजित की जा रही है। रविवार और सोमवार सुबह भी कार्यशाला का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि रविवार को क्लीनिंग टेक्निक, मेडिटेशन विद ट्रांसमिशन का अभ्यास कराया जाएगा। ऐसे ही सोमवार को अंतिम दिन मेडिटेशन विद ट्रांसमिशन करवाने के बाद प्रतिदिन अभ्यास का तरीका बताया जाएगा। अगले दोनों ही दिन सत्र के अंत में कार्मिकों से अनुभव पूछे जाएंगे।