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अन्तर्राष्ट्रीय कान्फ्रेंस वर्ल्ड फिजियोथेरेपेी कांग्रेस का हुआ समापन

 अन्तर्राष्ट्रीय कान्फ्रेंस वर्ल्ड फिजियोथेरेपेी कांग्रेस का हुआ समापन

उदयपुर 17 अप्रेल / जनार्दनराय नागर राजस्थान विद्यापीठ डीम्ड टू बी विश्वविद्यालय के संघटक फिजियोथेरेपी चिकित्सा महाविद्यालय की ओर से शनिवार को प्रतापनगर स्थिति आईटी सभागार में आयोजित चौथी दो दिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय कान्फ्रेंस वर्ल्ड फिजियोथेरेपी कांग्रेस के समापन हुआ.

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कुलपति प्रो. एस.एस. सारंगदेवोत ने कहा कि कोरोना के दौरान फिजियोथेरेपी चिकित्सा पद्धति उपयोगी सिद्ध हुई है जिनकी इम्युनिटी पॉवर अच्छी थी वे ही इस बिमारी में टीक पाये। फिजियोथेरेपी बिना किसी साईड इफेक्ट, बिना किसी दवा  के जीवन भर इसका उपयोग किया जा सकता है। विशेषकर श्वसन तंत्र में यह पद्धति बहुत अधिक कारगर है। कोविड रोगियों को सांस लेने में बहुत अधिक दिक्कत हुई थी जिसका उपचार इस विद्या से किया गया।
आयोजन सचिव डॉ. शैलेन्द्र मेहता ने बताया कि समापन सत्र में फिजियोथेरेपी के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वाले डाक्टर्स को विभिन्न अवार्डो से नवाजा गया। कान्फ्रेंस में नागालैंड विवि के साथ रिसर्च एवं विद्यार्थी व फेकल्टी एक्सचेंज प्रोग्राम का एमओयू किया गय।

विशिष्ठ अतिथि जेम्स आईकन बर्ग एमडी डिप्लोमा इन ओसट्योपेथी इंगलैण्ड ने ओस्टयूपेथी एवं कायरोपेथी तकनीक से गर्दन दर्द, कमर दर्द का उपचार की तकनीक के बारे में प्रतिभागियों को अवगत कराया। डाक्टर जेम्स गत 20 वर्षो से इंगलैण्ड में ओस्ट्योपेथी मेनुपुलेशन कर रहे है।

डॉ. भास्कर रेड्डी सीनियर फिजियोथेरेपिस्ट मिनिस्ट्री ऑफ हेल्थ खलिदा हॉस्पीटल नजरान  यूएई ने टेपींग तकनीक से कंधे व खेलकूद के समय आने वाली चोटो के निदान के बारे मे अवगत कराया।  

मेजर प्रो. तोकोजाकी बोसवाना आर्मी डिफेंस  अफ्रीका ने एरोबिक एक्ससाईज तथा फिटनेश सर्किंट टेªनिंग की जानकारी दी।
 डॉ. शय्यद शफदर अली इंगलैंड ने सोनोग्राफी इंजेक्शन से दर्द के निवारण के बारे में बताया। डॉ. अनिल गुप्ता, डॉ. हरिहरा प्रकाश, भंवर लाल गुर्जर, डॉ. मनोज कुमार ने भी  अपने विचार व्यक्त किये. संचालन डॉ. प्रज्ञा भटट् ने किया जबकि आभार डॉ. सुमीता ग्रोवर ने जताया।

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