उदयपुर में चक्रवाती तूफान बिपरजॉय को लेकर प्रशासन चुस्त
मुख्य सचिव के निर्देशों के बाद जिलेभर में बढ़ाई सतर्कता
उदयपुर, 14 जून। अरब सागर से उठे चक्रवाती तूफान बिपरजॉय के प्रभाव से प्रदेशवासियों को बचाव की दृष्टि से पुलिस, प्रशासन और आपदा प्रबंधन विभागीय अधिकारियों को सतर्क करने के लिए प्रदेश की मुख्य सचिव श्रीमती उषा शर्मा द्वारा मंगलवार अपराह्न विडियो कांफ्रेसिंग ली गई और महत्त्वपूर्ण निर्देश दिए।
सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग के माध्यम से आयोजित इस वीसी में सभी संभागीय आयुक्त, पुलिस महानिरीक्षक, कलक्टर्स और एसपी सम्मिलित हुए। इस वीसी को संबोधित करते हुए मुख्य सचिव ने कहा कि राजस्थान आपदा स्थितियों में श्रेष्ठ प्रबंधन व क्विक रेस्पोंस के लिए जाना जाता है। इन स्थितियों में प्रशासनिक, पुलिस व आपदा प्रबंधन से संबंधित अधिकारियों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। उन्होंने कहा कि चक्रवाती तूफान बिपरजॉय के प्रभाव से आमजन को बचाने के लिए सतर्क होने और बचाव के तरीकों को जन-जन तक पहुंचाने की जरूरत है। इस दौरान आपदा प्रबंधन सहायता एवं नागरिक सुरक्षा विभाग के सचिव पूर्ण चन्द्र किशन ने भी तूफान से बचाव के लिए बरती जाने वाली सावधानियों के बारे में बताया।
इधर, उदयपुर संभाग मुख्यालय पर पुलिस महानिरीक्षक अजय पाल सिंह लांबा की मौजूदगी में आयोजित वीसी में जिला कलक्टर ताराचंद मीणा ने मुख्य सचिव श्रीमती उषा शर्मा को अवगत कराया कि तूफान से बचाव के लिए आपदा प्रबंधन विभाग के तत्वावधान में आवश्यक बैठकें कर ली गई है तथा कंट्रोल रूम स्थापित करते हुए ग्राम पंचायत स्तर तक सोशल मीडिया के माध्यम से सावधानी बरतने की अपील जारी की गई है। इसी प्रकार सतर्कता बरतने से संबंधित स्थानों के चयन के साथ ही सेना और एनडीआरएफ के अधिकारियों से भी संपर्क बनाएं रखा है।
उन्होंने बताया कि सर्वाधिक प्रभाव वाले क्षेत्र कोटड़ा, गोगुंदा व सायरा में प्रभाव वाले दिनों में महंगाई राहत कैंप स्थगित रखे जाएंगे। इस दौरान अतिरिक्त जिला कलक्टर ओपी बुनकर व प्रभा गौतम, एडीएसपी मंजीत सिंह, जिला रसद अधिकारी नरेश बुनकर, जल संसाधन विभाग के आरके टेपण, डीओआईटी की शीतल अग्रवाल, नियंत्रण कक्ष प्रभारी महामाया प्रसाद चौबीसा आदि मौजूद रहे।
यह है मौसम विभाग की चेतावनी :
जिला कलक्टर ताराचंद मीणा ने बताया कि मौसम विभाग के अनुसार अत्यंत भीषण चक्रवाती तूफान बिपरजॉय फिलहाल ईस्ट सेंट्रल अरब सागर की खाड़ी में बना हुआ है तथा धीरे-धीरे उत्तर दिशा की ओर आगे बढ़ रहा है। यह तूफान दिनांक 15 जून को सौराष्ट्र-कच्छ व आसपास के पाकिस्तान तट के ऊपर वेरी सीवियर साइक्लोनिक स्टॉर्म के रूप में पहुंचने की प्रबल संभावना है। तत्पश्चात यह उत्तर-पूर्वी दिशा की ओर आगे बढ़ने तथा धीरे-धीरे कमजोर होने की संभावना है।
उन्होंने बताया कि दिनांक 16 जून को इसके कमजोर होकर अवसाद/वेल मार्क्ड लो प्रेशन के रूप में दक्षिण-पश्चिमी राजस्थान में प्रवेश करने की संभावना है। इसके असर से आंधी बारिश की गतिविधियां 15 जून दोपहर बाद ही जोधपुर व उदयपुर संभाग के जिलों में प्रारंभ होने की संभावना है।
दिनांक 16 जून को इसके असर से जोधपुर, उदयपुर संभाग के जिलों में कहीं-कहीं भारी बारिश होने की संभावना है। इस दौरान दक्षिण-पश्चिमी राजस्थान में हवाओं की गति 45 से 55 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से 65 किलोमीटर प्रति घंटे तक दर्ज होने की संभावना है।
उन्होंने यह भी बताया कि 17 जून को भी इस सिस्टम का असर जोधपुर, उदयपुर व अजमेर संभाग व आसपास के कुछ भागों में भारी बारिश के रूप में जारी रहने की संभावना है।