रन फाॅर जीरो हंगर के उद्धेश्य के साथ हिंदुस्तान जिंक की वेदांता जिंक सिटी हाफ मैराथन को अभूतपूर्व सफलता

 रन फाॅर जीरो हंगर के उद्धेश्य के साथ हिंदुस्तान जिंक की वेदांता जिंक सिटी हाफ मैराथन को अभूतपूर्व सफलता

मैराथन के पहले संस्करण में देश और दुनिया के एथलीट सहित शीर्ष भारतीय धावकों ने लिया भाग

देश की सबसे बड़ी और दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी एकीकृत जिंक उत्पादक कंपनी हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड द्वारा रन फाॅर जीरो हंगर के उद्धेश्य से आयोजित हिन्दुस्तान जिं़क की वेदांता जिं़क सिटी हाॅफ मैराथन अभूतपूर्व सफलता के साथ आयोजित हुई। भारत की सबसे खूबसूरत एवं एआईएमएस द्वारा प्रमाणित वेदांता जिंक सिटी हाफ मैराथन के साथ उदयपुर में रविवार की सुबह उत्साह और उमंग से भरपूर थी। अल सवेरे जब इस मैराथन में शामिल होने वाले धावकों का जन समूह इसके उद्गम स्थल फिल्ड क्लब के लिए निकला तो शहर में हर तरफ दौड़ की ही चर्चा थी।

हजारों की संख्या में इस मैराथन में भाग लेने वालों के उल्लास ने जिंक सिटी उदयपुर में आयोजित इस दौड और शहर को वैश्विक दौड़ के मानचित्र पर मजबूती से स्थापित कर दिया। मैराथन में विश्व के एथलीट, भारतीय शीर्ष धावकों और दौड के शौकिन लोगों ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया।

मैराथन को उदयपुर सांसद मन्ना लाल रावत, विधायक उदयपुर शहर ताराचंद जैन, विधायक उदयपुर ग्रामीण फूल सिंह मीणा, पुलिस महानिरीक्षक उदयपुर रेंज राजेश मीणा, आयुक्त नगर निगम उदयपुर राम प्रकाश, मुख्य जनसंपर्क अधिकारी उत्तर-पश्चिम रेलवे शशि किरण, आयुक्त उदयपुर विकास प्राधिकरण राहुल जैन, आरटीओ उदयपुर नेमीचंद पारेख, हिन्दुस्तान जिं़क के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अरुण मिश्रा, सचिव फील्ड क्लब उदयपुर उमेश मनवानी एवं संस्थापक एनीबडी कैन रन डाॅ. मनोज सोनी ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।

प्रतिभागियों ने फतेह सागर झील की सुकून भरी सुबह और अरावली पर्वतमाला के सौंदर्य के साथ इस दौड़ का आनंद लिया जिसका मार्ग महाराणा प्रताप स्मारक, नीमच माता मंदिर पहाड़ी और हरे-भरे बगीचों की सुंदरता से परिपूर्ण था। मैराथन ने उदयपुर की समृद्ध जिं़क की विरासत को पुनःस्मरण किया जो कि 2,500 से अधिक वर्षों से शहर के इतिहास के साथ जुड़ी हुई है।

तीन श्रेणियों 21 किमी, 10 किमी और 5 किमी के साथ इस आयोजन में सभी स्तर के धावकों के लिए प्रावधान था। इस आयोजन का मुख्य आकर्षण हिंदुस्तान जिंक के प्रमुख जीवन तरंग कार्यक्रम के तहत 100 से अधिक दिव्यांग लोगों द्वारा प्रतिभागी बनना था, जिनका उत्साह वहां मौजुद हर व्यक्ति ने करतल ध्वनि के साथ किया।

धावकों का उत्साहवर्धन करने के लिए उदयपुराईट्स ने भी अपना पूरा साथ देते हुए मैराथन के रास्ते पर सभी का जोश से स्वागत किया।

मैराथन में रोहित, मदीना, अजीत और खुशबु ने मारी बाजी

पुरुष वर्ग में 21 किलोमीटर की कड़ी प्रतिस्पर्धा में रोहित बंसीवाल ने जीत हासिल की, जबकि विक्टर कुरगट ने प्रथम रनर अप और गोपाल बैरवा ने द्वितीय रनर अप का स्थान प्राप्त किया। महिला वर्ग में मदीना पॉल ने जीत हासिल की, जबकि सोनल सुखवाल ने प्रथम रनर अप और खुशी पाहवा ने द्वितीय रनर अप का स्थान प्राप्त किया। पुरुष वर्ग में 10 किलोमीटर की चुनौती में अजीत कुमार ने जीत हासिल की, जबकि गणपत सिंह ने प्रथम रनर अप और दुर्गेंद्र ने द्वितीय रनर अप का स्थान प्राप्त किया। महिला वर्ग में खुशबू ने शीर्ष स्थान प्राप्त किया, जबकि सपना कुमारी ने प्रथम रनर अप और सुनीता गुर्जर ने द्वितीय रनर अप का स्थान प्राप्त किया।

सभी प्रतिभागियांे को मिला जिं़क से बना पदक

प्रत्येक फिनिशर को हिंदुस्तान जिंक द्वारा उत्पादित बेहतरीन जिंक से बना पदक दिया गया। यह दिन फिटनेस, सौहार्द और सामुदायिक भावना से पूर्ण था जिसमें प्रतिभागियों ने चुनौती को अपनाते हुए उदयपुर की विरासत को संजोया। गणमान्य अतिथियों ने मैराथन की शुरूआत में उदयपुर की विरासत, दौड़ने के महत्व और ग्रामीण कुपोषण के खिलाफ लड़ाई के महत्व को रेखांकित किया। उदयपुर सांसद मन्ना लाल रावत ने शहर के वैश्विक दौड़ मंच पर शहर के प्रमुख स्थान हेतु गर्व व्यक्त किया, उदयपुर शहर विधायक ताराचंद जैन ने मैराथन को उदयपुर के विकास में एक बड़ा कदम बताया। उदयपुर ग्रामीण विधायक फूल सिंह मीणा ने बच्चों में कुपोषण के बारे में जागरूकता बढ़ाने में इस आयोजन के महत्व पर बल दिया। उदयपुर रेंज के महानिरीक्षक राजेश मीणा ने उदयपुर के सांस्कृतिक पारिस्थितिकी तंत्र में मैराथन के महत्व की सराहना की।

हिंदुस्तान जिंक के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं उत्साही मैराथन धावक अरूण मिश्रा जिन्होंने स्वयं वेदांता जिं़क सिटी हाफ मैराथन में 21 किलोमीटर की दौड पुरी की अपना अनुभव साझा करते हुए कहा कि मैं पूरी तरह से रोमांचित हूं कि इस आयोजन ने जिंक सिटी उदयपुर को अंतरराष्ट्रीय मैराथन मानचित्र पर मजबूती से स्थापित कर दिया है। दुनिया भर के हजारों लोगों के साथ इस मैराथन ने जिंक सिटी उदयपुर के सांस्कृतिक पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत किया है। मैं इस मैराथन में आए लोगों और उदयपुर की सड़कों पर रन फाॅर जीरो हंगर के प्रेरक संदेश से गौरवान्वित हूं, जिसने हमें राजस्थान में बच्चों का पोषण करने में सहायता की है।

प्रतिभागियों ने इस मैराथन की खूबसूरती और आयोजन के सहज आयोजन को लेकर बहुत उत्साह दिखाया। मैराथन ने समुदाय और उद्देश्य की भावना को बढ़ावा दिया, जिससे प्रतिभागियों को भविष्य के आयोजनों के लिए प्रेरणा और उत्साह मिला।

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