जिला कलक्टर ने इको सेंसेटिव जोन में प्रतिबंधित गतिविधियों को रोकने के दिए निर्देश
दयपुर 26 मई। जिला कलेक्टर ताराचंद मीणा ने संभागीय आयुक्त कार्यालय के बैठक कक्ष में शुक्रवार सायं इको सेंसेटिव जोन को लेकर बैठक ली। कलेक्टर ने बैठक में कहा कि पर्यावरण संरक्षण महत्वपूर्ण है एवं समग्र लोकहित व पर्यावरण संरक्षण-संवर्द्धन की दृष्टि से इको सेंसेटिव जोन के नियमों/प्रावधानों की सख्त अनुपालना आवश्यक है।
कलेक्टर ने बैठक में इको सेंसेटिव जोन को लेकर न्यायालय के आदेशों का पालन करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने कहा कि जो गतिविधियां इको सेंसेटिव जोन में प्रतिबंधित की गई है, उन्हें रोका जाए ताकि पर्यावरण संरक्षण हो सके।
बैठक में चित्तौडा ने बताया कि सज्जनगढ़ जैविक उद्यान के एक किलोमीटर क्षेत्र को इको सेंसेटिव जोन घोषित किया हुआ है जिसमें पर्यावरण संरक्षण के मध्यनज़र विभिन्न प्रकार की गतिविधियां प्रतिबंधित की गई हैं। उन्होंने बैठक में इको सेंसिटिव जॉन अंतर्गत अनुमत एवं गैर अनुमत गतिविधियों की जानकारी दी। साथ ही जॉन की सीमा में आ रहे गांवों, होटल, रेस्टोरेंट आदि की दी जानकारी दी। ईएसजी के नियमों की अनुपालना हेतु कलेक्टर ने नगर निगम आयुक्त एवं यूआईटी के अधिकारियों से की विस्तृत चर्चा कर दिशा-निर्देश दिए। बैठक में वेपकोस कंसलटेंट राजेंद्र मेनारिया ने इको सेंसेटिव जोन संबंधित तकनीकी जानकारी पर विस्तृत प्रस्तुतीकरण दिया.
बैठक में गिर्वा उपखंड अधिकारी प्रतिभा वर्मा, बड़गांव उपखंड अधिकारी रमेश बहेड़िया, एटीपी नगर निगम सुचिता कोठारी, यूआईटी एक्सईएन निर्मल, यूआईटी ओएसडी सावन कुमार, एमई पिंक राव सिंह, सज्जनगढ़ रेंजर गणेश गोठवाल सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।