कलक्टर मीणा ने ली पहली विभागीय समीक्षा बैठक

 कलक्टर मीणा ने ली पहली विभागीय समीक्षा बैठक

अधिकारी प्रस्ताव तैयार करें, फंडिंग हम करेंगे-कलक्टर

उदयपुर, 17 जनवरी। जिला कलक्टर ताराचंद मीणा ने समस्त विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि हर विभाग अपने-अपने क्षेत्र में आमजन को राहत देने के लिए विकास कार्यों और लोकहितकारी कार्यक्रमों से जुड़े प्रस्तावों को तैयार कर प्रस्तुत करें, इसके लिए बजट की आवश्यकता की पूर्ति का काम जिला प्रशासन का है।

कलक्टर मीणा सोमवार अपराह्न जिला परिषद सभागार में जिले के प्रमुख विभागीय अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए संबोधित कर रहे थे।

उन्होंने कहा कि कलक्टर ऐसी संस्था है, जिसका जो भी विभाग ज्यादा उपयोग करेगा, वो उससे ज्यादा फायदा प्राप्त कर सकेगा। कुछ पाने के लिए विभाग के अधिकारी को पहल करनी होगी। इस दौरान कलक्टर मीणा ने कृषि, शिक्षा, चिकित्सा, बिजली, पेयजल, उद्योग, पर्यटन, सहकारिता, नगर निकाय, टीएडी, श्रम, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता, उच्च शिक्षा, अनुजा निगम, लीड बैंक सहित अन्य प्रमुख विभागों के अधिकारियों से अलग-अलग चर्चा करते हुए योजनाओं की प्रगति जानी और महत्त्वपूर्ण निर्देश दिए।  

पहली समीक्षा बैठक में ही ले ली विभाग की टोह:

सोमवार को ही कार्यग्रहण के तत्काल बाद कलक्टर मीणा की यह पहली बैठक थी। उन्होंने एक-एक कर स्वयं ने ही विभागीय आला अधिकारियों से उनके विभाग की प्रमुख योजनाओं के नाम बताते हुए उसके प्रावधानों को बताते हुए अब तक की प्रगति के बारे में पूछा तो कुछ विभागीय अधिकारियों को बताते ही नहीं बना। उन्होंने विभाग की फ्लेगशिप योजनाओं के साथ बजट घोषणाओं की प्रगति के साथ लंबित योजनाओं के पीछे के कारणों और अन्य विभागों के साथ समन्वय के बारे में जानकारी ली। कई अधिकारीे बैठक में योजनाआंे और उनकी प्रगति के संबंध में संतोषजनक प्रगति नहीं बता पाए।  

अत्यावश्यक सेवाओं को हल्के में न लें:

समीक्षा बैठक को संबोधित करते हुए कलक्टर मीणा ने कहा कि विभागीय अधिकारी अत्यावश्यक सेवाओं जैसे चिकित्सा, बिजली, पानी जैसी अत्यावश्यक सेवाओं के मुद्दों को हल्के में न लें और पत्राचार में अनावश्यक रूप में न उलझें। उन्होंने ऐसे विषयों पर विशेष व्यक्तिगत ध्यान देने के निर्देश दिए और कहा कि निर्धारित समय से पहले ही इन पर कार्यवाही कर लें।  

बातचीत नहीं एक्शन लो:

शिक्षा विभागीय समीक्षा दौरान कलक्टर ने जिले की 29 वीं रैंकिंग जानकर नाराजगी जताई और कहा कि रैंकिंग किन बिंदुओं पर पिछड़ रही है उस पर फोकस करो। अधिकारियों ने इस संबंध में अधीनस्थों से बातचीत करने के बारे में बताया तो कलक्टर ने तल्ख लहजे में कहा कि जो कार्मिक रैंकिंग पिछड़ने के लिए जिम्मेदार है उनके विरूद्ध एक्शन लो। कलक्टर ने जिले में शैक्षिक गुणवत्ता बढ़ाने के लिए डीएमएफटी में प्रस्ताव तैयार करने के भी निर्देश दिए।

इन विषयों पर की चर्चा:

बैठक के दौरान कलक्टर ने कृषि आधारित उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए सरकार की प्रोत्साहन योजना का लाभ दिलाने के निर्देश दिए वहीं उन्होंने प्रगतिशील कृषकों की बैठक आयोजित करते हुए कृषि विपणन योजनाओं संबंधी जानकारी देने को कहा। उन्होंने प्रशासन गांव के संग अभियान की फोलोअप बैठक आयोजित करने, 31 मार्च तक पेयजल आपूर्ति की कार्य योजना तैयार करने, सलूंबर में फिल्टर प्लांट के लिए भूमि आंवटित करवाने, रोडवेज बसों को सेनेटाइज करवाने, रोजगार संवर्द्धन व आयवृद्धि के प्रोजेक्ट तैयार करवाने, अल्पसंख्यक छात्राओं की छात्रवृति, भीण्डर व ऋषभदेव कॉलेज निर्माण प्रगति, पालनहार योजना में रहे गेप के संबंध में जानकारी लेते हुए प्रभावी कार्यवाही के निर्देश दिए।

कॉलेज विद्यार्थियों की सूची लेकर वेक्सीनेशन करवाएं

कॉलेज शिक्षा की समीक्षा बैठक में कलक्टर मीणा ने सहायक निदेशक को निर्देश दिए कि समस्त कॉलेजों से 15 से 18 आयु वर्ग के बच्चों की सूची लेवे और वंचित बच्चों का तत्काल वेक्सीनेशन करवाएं।

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