अब ड्राइविंग लाइसेंस के लिए सीसीटीवी कैमरे और सेंसर लेंगे ट्रायल

 अब ड्राइविंग लाइसेंस के लिए सीसीटीवी कैमरे और सेंसर लेंगे ट्रायल

रिकॉर्डिग बताएगी वाहन चालक पास या फेल

उदयपुर, 24 जनवरी। प्रादेशिक परिवहन विभाग की ओर से ऑटोमेटिक ड्राइविंग ट्रैक की विधिवत रूप से शुरूआत सोमवार को हुई। चित्रकूट नगर में स्थित ऑटोमेटिक ड्राइविंग ट्रैक में अभ्यर्थियों को लाइसेंस हेतु अपने वाहन के साथ ट्रायल देना होगा।

डीटीओ डॉ कल्पना शर्मा ने बताया कि अब तक सामान्य ट्रैक पर टेस्ट परिवहन विभाग के इंस्पेक्टर लेते थे, लेकिन इस ऑटोमेटेड ट्रैक पर ट्रायल टेस्ट सीसीटीवी कैमरे और सेंसर लेंगे। टेस्ट मे आवेदक पास होगा या फेल इसका फैसला ट्रैक के आसपास लगे सेंसर और सीसीटीवी कैमरे करेंगे। इनकी रिकॉर्डिंग वहां बने कंट्रोल रूम पर पहुंचेगी। इस रिकॉर्डिग से पता चलेगा कि आवेदक ने ट्रैक पर गाड़ी सही तरीके से चलाई या नही।

यह रहेगी प्रक्रिया

डीटीओ ने बताया कि टू-व्हीलर के टेस्ट में आवेदक को सर्कल में ऐरो के साइन के अनुसार ड्राइविग करना होगा एवं 50 अंकों मे से 40 अंक प्राप्त करने पर ही आवेदक पास होगा।

फोर-व्हीलर में आवेदक को चार स्टेप में टेस्ट देना होगा, जिसमे पहला पांिर्कग दूसरा 8 के आकार में वाहन को चलाना, तीसरा एचके मार्क एवं अन्त मंे ग्रेडियेन्ट पुलिया पार करना होगा एवं 200 अंकों मे से 160 अंक प्राप्त करने पर आवेदक पास माना जाएगा।

आवेदक के रिजल्ट को पास होने पर पीले सिग्नल द्वारा एवं फेल होने पर लाल सिग्नल द्वारा दर्शाया जाएगा। ऑटोमैटिक ड्राइविंग ट्रेक में 2-व्हीलर और 4-व्हीलर के लाइसेंस प्रतिदिन बनाये जाएंगे और यह सारा प्रोसेस ऑनलाइन रहेगा।

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