कैलीग्राफी कार्यषाला और म्यूरल आर्ट प्रदर्षनी प्रारम्भ

 कैलीग्राफी कार्यषाला और म्यूरल आर्ट प्रदर्षनी प्रारम्भ

उदयपुर, 23 सितम्बर। पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र की ओर से शुक्रवार को दो आयोजनों का श्रीगणेश किया गया इनमें पहले शिल्पग्राम में आयोजित ‘कैलिग्राफी कार्यशाला’ तथा शाम को बागोर हवेली में ‘म्यूरल आर्ट प्रदर्शनी की शुरूआत हुई।

केन्द्र निदेशक किरण सोनी गुप्ता ने बताया कि केन्द्र द्वारा शिल्पग्राम में अंतरराष्ट्रीय कैलीग्राफी कैम्प’ का आयोजन किया गया है वहीं उदयपुर के कला साधकों के लिये 23 से 25 सितम्बर तक ‘कैलीग्राफी वर्कशाॅप’ का आयोजन किया गया है।

इस कार्यशाला में विशेषज्ञ जयपुर के एच.एस. भोलोटिया तथा हैदराबाद के मोहम्मद रफीउद्दीन उदयपुर के प्रतिभगियों को कैलीग्राफी कला का प्रशिक्षण देंगे।

उद्घाटन अवसर पर दीप प्रज्ज्वलन के उपरान्त प्रशिक्षक भालोटिया ने कैलिग्राफी विधा पर जानकारी देते हुए बताया कि यह सुलेख से जुड़ी एक विधा है जिसका ज्ञान शिक्षा के प्रारम्भिक दौर में हो जाता है किन्तु आज इस ओर व्यापक ध्यान देने की आवश्यकता है। हैराबाद के रफीउद्दीन ने इस अवसर पर ‘बिन्दु अर्थात नुक्ता’ के अंकन पर प्रकाश डाला।

शाम को ही बागोर की हवेली की कला दीर्घा में ‘म्यूरल आर्ट प्रदर्शनी’ की शुरूआत हुई। नवरात्र प्रारम्भ से पूर्व आयोजित इस प्रदर्शनी में केन्द्र द्वारा ‘वर्क फ्राॅम होम’ के अंतर्गत केरल तथा दक्षिण भारत के कलाकरों से म्यूरल चित्रण कार्य करवाया गया। प्रदर्शनी में भगवान गणेशजी, मां सरस्वती, लक्ष्मी, हनुमान, विष्णु, कार्तिकेय, विश्वकर्मा, शबरी, अर्धनारीश्वर के अलावा प्रभू राम का दरबार,सीता हरण जेसे प्रसंगों को बहुरंगी व मोहक स्वरूप प्रदर्शित किया गया हैं।

Related post