राजस्थान विद्यापीठ – शिक्षक सम्मान दिवस 2022 का हुआ आयोजन
- शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वाले 150 गुरूओ का किया सम्मान
- दुनिया में जिने की कला सिखाते है शिक्षक – प्रो. सारंगदेवोत
उदयपुर 05 सितम्बर / जनार्दनराय नागर राजस्थान विद्यापीठ डिम्ड टू बी विश्वविद्यालय की ओर से सोमवार को विद्यापीठ के कृषि भवन के सभागार में शिक्षक दिवस के उपलक्ष्य में शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वाले 150 शिक्षकों का कर्नल कुलपति प्रो. एस.एस. सारंगदेवोत, कमांडिंग आफिसर इन्द्रजित सिंह घोषाल, प्रो. गजेन्द्र माथुर, प्रो. सरोज गर्ग, प्रो. आई.जे. माथुर, डॉ. शैलेन्द्र मेहता, डॉ. अमिया गोस्वामी, डॉ. अपर्णा श्रीवास्तव ने शॉल, उपरणा, बुके एवं प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। समारेाह का प्रारंभ मॉ सरस्वती की प्रतिमा पर दीप प्रज्जवलित कर किया।
कुलपति प्रो. सारंगदेवोत ने कहा कि शिक्षक अनेक विद्यार्थियों के जीवन को शिक्षा द्वारा श्रेष्ठ, महान बनाकर इस दुनिया में जीवन जीने की कला सिखाते है। छात्र के जीवन में पहले शिक्षक है माता-पिता जिन्होने अंगुली पकड़ कर चलना सिखाया, पेन पकड़ना सिखाया, उसके बाद शिक्षक होता है जो उसके जीवन में उसे दिशा देता है जिसमें उसकी सफलता की झलक दिखती है। उन्होने कहा कि आदिकाल से भारत विश्व गुरू रहा। ज्ञान किसी भी व्यक्ति से प्राप्त किया जा सकता है, चाहे व छोटा हो या बड़ा। ज्ञान प्राप्त करने की कोई उम्र नहीं होती।
समारोह में डॉ. अमी राठौड, डॉ. हरीश शर्मा, डॉ. रचना राठौड, डॉ. बलिदान जैन, डॉ. सुनिता मुर्डिया, डॉ. बबीता रशीद, डॉ. अजिता रानी, डॉ. सुनिता ग्रोवर, डॉ. राजन सुद, डॉ. एजाज, डॉ. सीमा धाबाई, डा. रेखा कुमावत, डॉ. तरूण श्रीमाली, डॉ. चन्द्रेश छतलानी, डॉ. ममता कुमावत, डॉ. रेणु हिंगण, डॉ. रोहित कुमावत, डॉ. इंदू आचार्य, डॉ. सीमा धााबाई, डॉ. गुणबाला आमेटा, डॉ. वीनस व्यास, डॉ. जयसिंह जोधा, डॉ. हिम्मत सिंह, डॉ. तिलकेश आमेटा, डॉ. हरीश मेनारिया सहित 150 शिक्षकों का सम्मान किया।
संचालन डॉ. हरीश चौबीसा ने किया जबकि आभार डॉ. शैलेन्द्र मेहता ने दिया।