स्पर्श आईवीएफ हॉस्पिटल के निःशुल्क निःसंतानता परामर्श शिविर में 300 से ज्यादा दम्पती लाभान्वित
उदयपुर। निःसंतानता लाइलाज नहीं है । समय पर जांच और नयी तकनीकियों से इलाज के माध्यम से गर्भधारण किया जा सकता है। निःसंतानता के उपचार में विश्वसनीय नाम स्पर्श आईवीएफ के सफलतम पांच पूर्ण होने पर निःशुल्क निःसंतानता परामर्श शिविर का आयोजन किया गया, जिसमें 300 से अधिक दम्पतियों ने विशेषज्ञों से परामर्श का लाभ लिया। हॉस्पिटल से इलाज लेकर अभी तक यहां 5000 से अधिक मरीजों की लेप्रोस्कॉपिक सर्जरी और 10000 से अधिक नि:संतान दंपतियों का सफल इलाज हो चुका है।
सीनियर लेप्रोस्कॉपी सर्जन और आईवीएफ स्पेशलिस्ट डायरेक्टर डॉ. मोनिका शर्मा ने बताया कि स्पर्श आईवीएफ एंड वुमन हॉस्पिटल ने स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में निःशुल्क निःसंतानता परामर्श शिविर का आयोजन रखा गया जिसमें 300 से ज्यादा दम्पतियों को परामर्श व 200 से अधिक दम्पतियों की जांचे की गयी। शुरूआत से ही हमारा लक्ष्य रहा है कि दम्पतियों को उनकी निःसंतानता की समस्या के अनुसार उपचार दिया जाए, इसके लिए हम दम्पती की काउंसलिंग और जांचे करते हैं ताकि निःसंतानता का कारण पता चल सके और इसके बाद उपचार योजना का निर्धारण करते हैं ताकि मरीज को सफलता मिल सके।
शिविर के दौरान यहां निःसंतानता की जांचों पर 50 प्रतिशत व आईवीएफ व लेप्रोस्कॉपी पर विशेष छूट दी गयी थी ताकि आर्थिक रूप से कमजोर मरीजों को उपचार को फायदा मिल सके। दक्षिण राजस्थान में ज्यादातर दम्पती निःसंतानता को लाइलाज मानते हैं जबकि इसका उपचार संभव है।