द्वितीय संधारणीय वित्त कार्य समूह की बैठक का दूसरा दिन

 द्वितीय संधारणीय वित्त कार्य समूह की बैठक का दूसरा दिन

एसडीजी के वित्तपोषण के लिए मौजूदा परिदृश्य पर हुई चर्चा

उदयपुर, 22 मार्च। राजस्थान के उदयपुर में आयोजित द्वितीय जी 20 संधारणीय वित्त कार्य समूह की बैठक के दूसरे दिन बुधवार को संधारणीय विकास लक्ष्यों (एसडीजी) के लिए वित्तपोषण को सक्षम बनाने पर जी-20 कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला में जी-20 के सदस्य देशों, 10 आमंत्रित देशों और 14 अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के प्रतिनिधियों ने व्यक्तिगत रूप से भाग लिया। कार्यशाला में कई प्रतिनिधि वर्चुअल रूप से भी शामिल हुए।

इस कार्यशाला में एसडीजी के वित्तपोषण के लिए मौजूदा परिदृश्य पर ध्यान केंद्रित करने के साथ-साथ एसडीजी के लिए अधिक से अधिक वित्त जुटाने की नई कार्यप्रणालियों की पहचान करने पर ध्यान केंद्रित करने हेतु तीन सत्र आयोजित किए गए। प्रथम सत्र का शीर्षक चुनिंदा एसडीजी के वित्तपोषण को सक्षम बनाने के लिए विश्लेषणात्मक रूपरेखा विकसित करना था जिसका संचालन वित्त और संधारणीय संस्थान के संस्थापक और अध्यक्ष डॉ मा जून ने किया।

दूसरे सत्र का शीर्षक वित्तीय लिखतों का सामाजिक प्रभाव था जिसका संचालन यूरोपीय निवेश बैंक के मुख्य संधारणीय वित्त सलाहकार ईलाक्रेवी द्वारा किया गया। तीसरे सत्र का शीर्षक प्रकृति आधारित वित्तीय सूचना पर जानकारी प्राप्त करना और आंकडें तैयार करना था जिसका संचालन जैव विविधता वित्त पहल (बीआईओएफआईएन) की वरिष्ठ तकनीकी सलाहकार सुश्री एनाबेले त्रिनिदाद ने किया। इस कार्यशाला में अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के वरिष्ठ अधिकारियों, कंपनियों के संस्थापक और सीईओ, शिक्षाविदों के साथ-साथ नीति निर्माताओं और बैंक से जुड़े पेशेवरों को सूचीबद्ध किया गया।

इस कार्यशाला में सामाजिक एसडीजी हेतु वित्तपोषण का सरणीयन करने के लिए एक उपकरण के रूप में सामाजिक प्रभाव निवेश के उपयोग और भविष्य में प्रकृति आधारित वित्तीय सूचना में सुधार के उपायों पर सार्वजनिक क्षेत्र, निजी क्षेत्र और शिक्षाविदों सहित हितधारकों की विस्तृत श्रृंखला में संबंधित विचारों और अनुभवों को प्रस्तुत किया गया। इस कार्यशाला के परिणामस्वरूप जी20 सदस्यों के बीच आपसी तालमेल बढ़ेगा और एसडीजी को प्राप्त करने के लिए कार्रवाई हेतु नीति और अन्य संस्तुतियां सुदृढ़ होंगी।

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